नई दिल्ली: भारत के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत की बीएमडब्ल्यू कार शुक्रवार को तड़के दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर सड़क के डिवाइडर से टकरा गई, जिसके चलते उन्हें कई चोटें आई हैं। बदा दें कि हादसे के बाद पंत जलती हुई कार की खिड़की तोड़कर खुद ही बाहर निकले। लोग बचाने पहुंचे उन्होंने कहा कि मैं ऋषभ पंत हूं। उन्हें सिर, पीठ और पैर में गंभीर चोटें आई हैं। 25 वर्ष के पंत रूड़की स्थित अपने घर जा रहे थे। उन्हें दुर्घटना के बाद स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी हालत स्थिर है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह द्वारा ऋषभ पंत के एक्सीडेंट पर बयान जारी किया गया है। बीसीसीआई ने अपने बयान में बताया है कि ऋषभ पंत को एक्सीडेंट के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है, बोर्ड पूरी तरह से परिवार और अस्पताल के संपर्क में है और उसे बेहतर से बेस्ट इलाज दिलाने की कोशिश चल रही है। बीसीसीआई के मुताबिक, ऋषभ पंत के माथे पर दो कट हैं और उनके घुटने का लिगामेंट टूटा है। ऋषभ पंत के अंगूठे, एड़ी, कलाई और पीठ पर चोट आई है। ऋषभ पंत स्थिर हैं और उन्हें देहरादून के मैक्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
आपात ईकाई में पंत का इलाज करने वाले डॉक्टर सुशील नागर ने बताया है कि पंत को सिर पर और घुटने में चोटें आई है और इसकी आगे जांच करनी होगी। उन्होंने कहा जब उन्हें हमारे अस्पताल लाया गया तब वह पूरी तरह से होश में थे और मैंने उनसे बात भी की। वह घर जाकर अपनी मां को सरप्राइज देना चाहते थे। उन्होंने कहा, उनके सिर में चोट लगी है लेकिन मैंने टांके नहीं लगाए। मैंने उन्हें मैक्स अस्पताल ले जाने को कहा जहां प्लास्टिक सर्जन उन्हें देख सके। एक्स रे में पता चला है कि कोई हड्डी नहीं टूटी है। दाहिने घुटने में चोट है और वह कितनी गंभीर है, इसका पता एमआरआई या आगे जांच से चलेगा। लिगामेंट की चोट ठीक होने में दो से छह महीने लगते हैं।
उन्होंने कहा कि पंत की पीठ पर बड़ा घाव है और सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वाइरल हुई है , वह आग से जलने की चोट नहीं है। डॉक्टर नागर ने कहा, चोट इसलिए लगी क्योंकि वह कार में आग लगते ही खिड़की तोड़कर बाहर कूद गया। पीठ के बल गिरने से उसकी चमड़ी छिल गई लेकिन वह आग से जलने की चोट नहीं है और गंभीर भी नहीं है। मैक्स अस्पताल, देहरादून के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर दिशांत याग्निक ने कहा कि हड्डी के विशेषज्ञों और प्लास्टिक सर्जन की टीम पंत को देख रही है।
एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने ट्वीट किया, ऋषभ पंत के लिए प्रार्थना। शुक्र है कि वह खतरे से बाहर हैं। उनके जल्दी ठीक होने की कामना।
डीडीसीए के सचिव सिद्धार्थ साहिब सिंह ने एक बयान में कहा, हम सभी चिंतित हैं, लेकिन शुक्र है कि उनकी हालत स्थिर है। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पंत के इलाज का पूरा खर्च उनकी सरकार उठायेगी । धामी ने अधिकारियों से पंत की हालत को लेकर ताजा जानकारी ली और उनके इलाज का पूरा बंदोबस्त करने के लिये कहा।
बता दें कि पंत को श्रीलंका के खिलाफ आगामी श्रृंखला से बाहर रखा गया है क्योंकि उन्हें फरवरी में होने वाली बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले दमखम और अनुकूलन कार्यक्रम के लिए एनसीए में शामिल होना है। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैच की सीरीज में भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। पंत ने मीरपुर में दूसरे टेस्ट में 93 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। पंत ने अब तक 33 टेस्ट में पांच शतक और 11 अर्धशतक की मदद से 2,271 रन बनाए हैं। उन्होंने 30 वनडे और 66 टी-20 में भी देश का प्रतिनिधित्व किया है।