देहरादूनः राज्यपाल ले.ज. गुरमीत सिंह से आज राजभवन नैनीताल में निगलाट (भवाली) के रहने वाले प्रगतिशील कृषक सगत सिंह मेहरा ने भेंट की। 87 वर्षीय सगत सिंह मेहरा को राज्य में ‘कीवी मैन’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने अपने दृढ़ निश्चय और अथक परिश्रम से कीवी की खेती को राज्य में एक नई पहचान दी है। इस अवसर पर राज्यपाल ने स्मृति चिन्ह प्रदान कर मेहरा को सम्मानित किया।
राज्यपाल ने सगत सिंह मेहरा के जज़्बे और नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि वे उत्तराखण्ड के किसानों के लिए एक प्रेरणा हैं। जिस समर्पण और लगन से उन्होंने कीवी की खेती को अपनाया और नर्सरी स्थापित की, वह राज्य के कृषि परिदृश्य में एक मिसाल है।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड की भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियां कीवी जैसे उच्च मूल्य वाले फलों के लिए अत्यंत उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि श्री सगत सिंह मेहरा जैसे कृषकों के अनुभवों और प्रयासों को राज्यभर में मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक किसान प्रेरित होकर उद्यानिकी और नकदी फसलों की ओर अग्रसर हों।
उन्होंने कहा कि कीवी की खेती से किसानों को अच्छी आय हो सकती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकते हैं। श्री सगत सिंह मेहरा ने बताया कि वर्ष 2000 से कीवी की खेती शुरू की और पिछले 22 वर्षों में उन्होंने न केवल अपने खेतों में कीवी की अच्छी पैदावार की, बल्कि अन्य जिलों जैसे बागेश्वर और पिथौरागढ़ के अलावा दूसरे प्रदेशों में भी कीवी के पौधे उपलब्ध कराकर इस फल की खेती को प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि कीवी फल में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। हाल के वर्षों में कीवी की मांग तेजी से बढ़ी है और इसी कारण उन्होंने कीवी की खेती को ही जीवन का उद्देश्य बना लिया।