पीएम मोदी के ये 11 साल सुनहरे अक्षरों में लिखे जाएंगे: सीएम धामी

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल पूरे होने पर उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में भारत एक प्रमुख वैश्विक शक्ति के रूप में उभरा है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सीएम धामी ने कहा, “आज भारत एक बड़ी वैश्विक शक्ति है । पूरी दुनिया भारत को उम्मीद की नजर से देखती है। पीएम मोदी के ये 11 साल सुनहरे शब्दों में लिखे जाएंगे…”

सीएम ने आगे कहा, “आजादी के बाद लोगों को सरकार से उम्मीद थी, लेकिन उस उम्मीद को साकार करने के लिए, यह पीएम मोदी हैं जिन्होंने पिछले 11 वर्षों में ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास’ के आदर्श वाक्य के साथ काम किया है…” प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी और वे लगातार तीसरे कार्यकाल में हैं। इस अवसर पर केंद्र सरकार ने पिछले 11 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियों का ब्यौरा देने वाली एक व्यापक ई-बुक भी जारी की । वर्ष 2025 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 11 वर्ष पूरे हो जाएंगे।

पुस्तक में कहा गया है कि ये 11 वर्ष समावेशी, प्रगतिशील और सतत विकास लाने के लिए समर्पित रहे हैं। इसमें कहा गया है, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार सभी नागरिकों के लिए समानता और अवसर पैदा करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ रही है।” इसमें लिखा है, ” प्रधानमंत्री मोदी ने विकास की राजनीति – विकासवाद – को मुख्यधारा में ला दिया है, जिससे यह केंद्र बिंदु बन गया है जिसके इर्द-गिर्द अब राजनीतिक विमर्श और नीतिगत कार्रवाई घूमती है।”

पुस्तक में कहा गया है कि 2014 में पदभार ग्रहण करने के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी हर नीति निर्माण और कार्रवाई में ‘भारत प्रथम’ को बनाए रखने के अपने संकल्प पर अडिग हैं। इसमें कहा गया है कि सरकार का यह संकल्प बाह्य और आंतरिक सुरक्षा, आर्थिक प्रबंधन, हाशिए पर पड़े समूहों के लिए सशक्तिकरण योजनाओं, सांस्कृतिक संरक्षण के प्रयासों आदि से स्पष्ट है। पुस्तक में कोविड-19 से निपटने में सरकार के कदमों पर प्रकाश डाला गया है: “प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने हमेशा चुनौतीपूर्ण लक्ष्य निर्धारित करने और निर्धारित समय सीमा से पहले उन्हें हासिल करने में विश्वास किया है। इसे विभिन्न क्षेत्रों में देखा जा सकता है, चाहे वह कोविड-19 के खिलाफ रिकॉर्ड समय में पूरी पात्र आबादी का टीकाकरण करना हो, इतिहास में देश का अब तक का सबसे अधिक निर्यात दर्ज करना हो, पूरे भारत में हो रही डिजिटल क्रांति हो, ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए स्मारकीय लक्ष्यों को प्राप्त करना हो, विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे का निर्माण करना हो या घरों में पेयजल की सुविधा प्रदान करना हो।