हमले की आशंका से पाकिस्तान की परेशानी भारतीय नौसेना ने और बढ़ाई, अरब सागर में तैनात किए जंगीपोत

मुंबई: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के हमले की आशंका से कांप रहे पाकिस्तान की परेशानी भारतीय नौसेना ने और बढ़ा दी है। भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपने युद्धपोत हाई अलर्ट पर कर दिए हैं और जहाजों की तैनाती भी की गई है। नेवी के जंगी जहाज आईएनएस-सूरत को गुरुवार को पहली बार सूरत के हजीरा पोर्ट पर तैनात कर दिया गया। आईएनएस सूरत पर बराक-8, ब्रह्मोस, एंटी-सबमरीन रॉकेट लांचर, तोप समेत कई अत्याधुनिक हथियार लगाए गए हैं। इसमें एंटी एयर वॉरफेयर के लिए 32 बराक-8 मिसाइल तथा एंटी-सरफेस वॉरफेयर के लिए 16 ब्रह्मोस एंटी-शिप मिसाइलें तैनात की गई हैं। अरब सागर में युद्धाभ्यास के दौरान कई एंटी-शिप और एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलों की टेस्टिंग की गई है, ताकि युद्ध की तत्परता का प्रदर्शन किया जा सके और क्षेत्र में संभावित खतरों को रोका जा सके। इन तैयारियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि अन्य सेनाओं की तरह नौसेना भी किसी भी समय पाकिस्तान की खाट खड़ी करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। भारतीय तटरक्षक बल ने भी निगरानी बढ़ाने के लिए नौसेना के साथ निकट समन्वय में काम करते हुए गुजरात तट से दूर अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा के पास अग्रिम क्षेत्रों में जहाजों को तैनात किया है। इसी बीच, मौजूदा हालातों को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को अमरीका के रक्षा मंत्री पीट हेग्सेथ से फोन पर बात की। इस दौरान पीट हेग्सेथ ने कहा कि अमरीका भारत के साथ एकजुटता में खड़ा है और भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन करता है।

पाकिस्तान ने समुद्री रास्ते से भारत के हमले के डर से अपने पश्चिमी ग्वादर पोर्ट की सुरक्षा को कड़ा कर दिया है। पाकिस्तान ने कराची एयरबेस पर 25 चीन निर्मित जे10सी और जेएफ-17 फाइटर जेट्स तैनात किए हैं। ये जेट्स हमले की स्थिति में चंद मिनटों में रेस्क्यू मिशन पर ग्वादर पोर्ट पहुंच सकते हैं। इसके अलावा अमरीका से मिले एफ-16 को कॉम्बैट एयर पैट्रोलिंग में लगाया गया है। इस बीच उत्तर और उत्तर पूर्व में आर्मी और एयरफोर्स के हमले की आशंका से घबराए पाकिस्तान ने सामरिक रूप से अहम बलूचिस्तान के पासनी व गिलगिट बाल्टिस्तान के एयरबेस को सक्रिय कर दिया है।