देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली दौरे से दून लौटते ही सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र पहुंच प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि एवं नुकसान की अधिकारियों से जानकारी ली। उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी एवं पौड़ी से फोन पर वार्ता कर इन जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी ली। अगले दो दिनों में मौसम विभाग के पूर्वानुमान को लेकर मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये हैंI मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों में भारी वर्षा होने की संभावना है।
मंगलवार को राज्यभर में अतिवृष्टि एवं नुकसान की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखने के साथ सभी सहयोगी संस्थाओं से निरन्तर समन्वय बनाये रखें। सभी जिलाधिकारी जनपदों में खाद्यान से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखें। शासन के उच्चाधिकारियों एवं सचिव आपदा प्रबंधन को भी जिलाधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाये रखें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लाई जा रही है। बेघर हुए लोगों को पुनर्वास की व्यवस्था, उनके रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी। जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन बच्चों के लिए शिक्षा हेतु योजना के तहत प्रबंध किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की परिसम्पति का प्रदेश को नुकसान हुआ है। भारत सरकार की टीम ने राज्य में हो रहे नुकसान का प्रारंभिक रूप में सर्वे भी किया है। आपदा से हो रहे नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार को पत्र भेजे जा रहे हैं।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, सचिव शैलेश बगोली, सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत सिन्हा, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव सविन बंसल एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।