शनिवार के दिन करें ये उपाय, सभी परेशानियां होगी दूर

धर्म: आज पौष शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि और शनिवार का दिन है। प्रतिपदा तिथि आज दोपहर 12 बजकर 6 मिनट तक रहेगी। आज सुबह 9 बजकर 27 मिनट तक वृद्धि योग रहेगा, उसके बाद ध्रुव योग लग जायेगा, जो अगले दिन सुबह 5 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। वृद्धि योग की चर्चा हम आपसे कल ही कर चुके हैं, इसलिए आज हम बात करेंगे।

ध्रुव योग की ध्रुव योग के दौरान किसी भी स्थिर कार्य जैसे किसी भवन या इमारत आदि का निर्माण करने से सफलता मिलती है। लेकिन कोई भी अस्थिर कार्य जैसे कोई गाड़ी अथवा वाहन लेना इस योग में सही नहीं है। आज रात 10 बजकर 15 मिनट तक पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र रहेगा। आकाशमंडल में स्थित 27 नक्षत्रों में से 20वां पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र है। इस नक्षत्र के स्वामी शुकाचार्य हैं। अतः पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में शुक्राचार्य की आराधना करनी चाहिए।

आज करें ये उपाय:-

– अगर आपकी उम्र शादी के लायक हो गई है और आपको एक अच्छे जीवनसाथी की तलाश है, तो आज के दिन शुक्राचार्य के इस मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र है- ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’ जाप करने के बाद किसी मंदिर में इत्र का दान करें।

– आज के दिन किसी कुम्हार के घर जाकर कोई एक मिट्टी का बर्तन खरीदकर लाएं और ध्यान रहे उस बर्तन पर ढक्कन जरूर होना चाहिए। घर लाने के बाद उस बर्तन को एक जगह रख दें। अब एक सफेद कोरे कागज पर अपने शत्रु का नाम लिखें और उस पर शुक्र के मंत्र का 5 बार जाप करें- ‘ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:’। इस प्रकार मंत्र जाप के बाद उस कागज की पर्ची बनाकर, कुम्हार के घर से लाए मिट्टी के बर्तन में डाल दें और उस पर ढक्कन लगाकर घर से दूर कहीं विराने में छोड़ आए। आज के दिन ऐसा करने से आपको जल्द ही शत्रुओं की नित नई चालों से छुटकारा मिलेगा।

– आज के दिन एक कटोरी में जौ को पीसकर बनाया गया सत्तु लेकर, उस पर अपने जीवनसाथी के हाथों का स्पर्श कराकर मन्दिर या किसी धर्मस्थल पर दान कर दें। आज के दिन ऐसा करने से आपके जीवनसाथी का स्वास्थ्य ठीक रहने लगेगा।

– आज के दिन गाय का घी लेकर देवी लक्ष्मी के मंदिर में दान करें और दोनों हाथों से माता के पैर छूकर आशीर्वाद लें। आज के दिन ऐसा करने से आपकी बिजनेस संबंधी डील में चल रही परेशानी का हल निकलेगा और आप अपना काम बेहतर ढंग से कर पाएंगे।

– अगर आप अपने दाम्पत्य संबंधों की मजबूती को बरकरार रखना चहाते है तो आज के दिन अपने जीवनसाथी के साथ किसी साफ पानी के स्त्रोत, किसी नदी, तालाब या पोखर के पास जाएं। फिर वहां जाकर उस स्त्रोत के जल को दोनों हाथों में लेकर वरूण देव का ध्यान करते हुए और अपने रिश्ते की मजबूती के लिये भगवान से प्रार्थना करते हुए, जल को धीरे-धीरे करके वापस उसी पानी के स्त्रोत में डाल दें। लेकिन अगर आपका जीवनसाथी किसी काम में व्यस्त है या आपसे कहीं दूर है तो आप स्वयं ही साफ पानी के किसी स्त्रोत के पास जाकर अपने और अपने जीवनसाथी के निमित्त यह उपाय कर लें। अगर आप किसी ऐसी जगह पर न जा पायें, तो घर पर ही नल का साफ पानी लेकर, उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके, वरूण देव का ध्यान करते हुए ये उपाय कर लें। आज के दिन ऐसा करने से आपके दाम्पत्य संबंधों की मजबूती हमेशा बरकरार रहेगी।

– अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि को बरकरार रखना चाहते हैं तो आज के दिन अपने घर के मंदिरर में माता लक्ष्मी के आगे घी का दीपक जलाएं और उनसे हाथ जोड़कर अपने घर की सुख-समृद्धि के लिये प्रार्थना करें। साथ ही देवी मां को पुष्पांजलि भी अर्पित करें। ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि में इजाफा होगा।

– आज के दिन एक मिट्टी के दीये में दो कपूर की टिकिया लेकर जलाएं और उससे पूरे घर में धूप दिखाएं। धूप दिखाने के बाद उस जलते हुए दिये को अपने घर के बाहर रख दें। आज के दिन ऐसा करने से आपके दाम्पत्य संबंधों को लगी बुरी नजर हटेगी और आप दोनों के बीच फिर से प्यार बहाल होगा।

– आज के दिन से शुरू करके अगले पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र तक प्रतिदिन एक नीले रंग का फूल लेकर घर के बाहर किसी गंदे नाले में बहा दें। आपको यहां बता दूं कि अगला पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र 21 जनवरी को पड़ रहा है और यह उस दिन सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर समाप्त होगा। आज के दिन ये उपाय करने से आपके जीवन की सारी परेशानियों का अंत होगा।

– अगर आप जीवन के हर क्षेत्र में अपनी जीत सुनिश्चित करना चहाते हैं तो आज के दिन आपको जलवेतस यानी केन के पेड़ को नमस्कार और उसकी उपासना करनी चाहिए। इसके साथ ही उसकी जड़ में पानी डालना चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आज के दिन आप जलवेतस यानी केन के पेड़ को, उसकी लकड़ियों को या उसकी लकड़ी से बने फर्नीचर को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचाएं। अगर उपासना के लिए आपको जलवेतस, यानी केन का पेड़ न मिले तो इंटरनेट से उसकी फोटो डाउनलोड करके, उसके दर्शन कर लें।

– आज के दिन दही का कुछ बनाकर पहले अपने ईष्टदेव को भोग लगाएं, उसके बाद प्रसाद के रूप में वह परिवार के सब सदस्यों में बांट दें। अगर आप दही का कुछ न बना पाएं तो केवल दही लेकर, उसमें थोड़ा-सा मीठा डालकर अपने ईष्टदेव को भोग लगाएं। फिर बाद में उसे परिवार के सब सदस्यों में बांट दें। साथ ही स्वयं भी थोड़ा-सा प्रसाद ग्रहण कर लें। आज के दिन ऐसा करने से परिवार के सदस्यों के साथ आपके रिश्ते और भी मजबूत होंगे।

-अगर आप अपने करियर को एक बेहतर दिशा देना चाहते हैं तो उसके लिए आज के दिन एक नया मिट्टी का बर्तन लेकर उसमें पानी भरकर किसी मंदिर में या किसी सुपात्र ब्राह्मण के घर दान कर दें।

– अगर आपके घर में काफी दिनों से लक्ष्मी का आगमन नहीं हो रहा है और आपको आर्थिक तंगी से दो – चार होना पड़ रहा है, तो आज के दिन माता महालक्ष्मी की आराधना करें और उनके इस मंत्र का जाप करें। मंत्र है- ‘ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’। लेकिन अगर आपको इस मंत्र को बोलने में किसी प्रकार की कठिनाई हो तो आप आज के दिन केवल “श्रीं ह्रीं श्रीं’ मंत्र का जाप भी कर सकते हैं, क्योंकि लक्ष्मी का एकाक्षरी मंत्र तो “श्रीं” ही है।