नई दिल्ली: भारतीय सेना के (रिटायर्ड) लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान को बुधवार को देश का दूसरा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) नियुक्त किया गया। बिपिन रावत के बाद वह दूसरे सीडीएस होंगे। सेना में 40 वर्षों तक अपनी सेवाएं देने वाले अनिल चौहान पिछले साल ही सेवानिवृत हुए थे। वह सैन्य मामलों के विभाग के सचिव के रूप में भी कार्य करेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) चौहान पहले सीडीएस, पूर्व सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की जगह लेंगे, जिनकी पिछले साल 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान अपने लगभग 40 वर्षों से अधिक के करियर में कई कमांड संभाले हैं। उन्हें जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व भारत में आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव भी है।
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान 1981 में भारतीय सेना की 11 गोरखा राइफल्स में भर्ती हुए थे। वह नेशनल डिफेंस अकेडमी, खडकवासला और इंडियन मिल्रिटी अकेडमी, देहरादून के पूर्व छात्र हैं। मेजर जनरल के रैंक के अधिकारी ने उत्तरी कमान में महत्वपूर्ण बारामुला सेक्टर में एक इन्फैंट्री डिवीजन की कमान संभाली थी। बाद में लेफ्टिनेंट जनरल के रूप में उन्होंने उत्तर पूर्व में एक कोर की कमान संभाली। इसके बाद वह सितंबर 2019 से पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ बने और 31 मई 2021 में रिटायर हुए।
लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) अनिल चौहान ने डायरेक्टर जनरल मिल्रिटी ऑपरेशन के प्रभार भी संभाला है। इससे पहले, अधिकारी ने अंगोला में संयुक्त राष्ट्र मिशन के रूप में भी काम किया था। सेना से रिटायर होने के बाद भी उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों में योगदान देना जारी रखा। सेना में उनकी विशिष्ट और शानदार सेवा के लिए, लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान (सेवानिवृत्त) को परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।