देहरादून: उत्तराखण्ड कांग्रेस के नेता लगातार चुनाव के ऐन समय पार्टी का दामन छोड़ रहे है। जिससे कांग्रेस में हताशा और निराशा का माहोल है। साथ ही जहां एक ओर भाजपा ने अपना चुनाव प्रचार अभियान शुरू कर दिया है। वहीं कांग्रेस बिखरते कुनबे को बचाने का प्रयास कर रही है।
एक बार फिर गढवाल लोकसभा सीट से अब कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष केसर सिंह नेगी, नवल किशोर और दीपक ने कांग्रेस को बाय बोल दिया है। इसका प्रतिकूल प्रभाव न सिर्फ गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र में देखने को मिल सकता है।बल्कि पूरे प्रदेश के लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव के दौरान देखने को मिल सकता है।
जहां एक ओर केसर सिंह नेगी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके हैं। नवल किशोर 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पौड़ी विधानसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। पौड़ी ब्लाक प्रमुख दीपक ने भी कांग्रेस का दामन छोड़ दिया है। ऐसी चर्चाएं जोरों पर हैं कि अब कांग्रेस छोड़ने वाले ये तीनों बड़े नेता जल्द ही भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
इस मामले में पार्टी के जिलाध्यक्ष विनोद नेगी का कहना है कि तीनों ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो रहे थे।
जिस पर कांग्रेस से भी इन्हें 6 साल के निष्कासित करने के लिये एक पत्र उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को भेजा है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनोद नेगी ने कहा कि हाल ही में पार्टी छोड़ चुके मनीष खंडूड़ी के ये तीनों करीबी थे. इनके पार्टी छोड़ने की ये भी एक वजह है तीनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप और फिर सोशल मीडिया के जरिये कांग्रेस छोड़ने की सूचना इनके द्वारा दी गई।