ये है मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह का किरदार, जहां मिले लोग वहीं लगा लिया दरबार

शिमला: किस्मत व भाग्य का भरोसा नहीं, कभी भी कुछ भी हो सकता है। ये बात उस समय साबित हो गई है जब कांंगड़ा से मांगों को लेकर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह से ही मिलने आई एनटीटी ट्रेंड महिलाओं को मुख्यमंत्री सुबह सैर करते हुए मिले गए और पूरी बात भी हो गई। हुआ यूं कि रोजाना की तरह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह शुक्रवार को भी सैर पर निकले थे और इस दौरान उन्हें मालरोड स्थित वर्षाशालिका में कुछ महिलाएं बैठीं दिखाई दीं। ये महिलाएं कांगड़ा जिला से रात्रि बस सेवा से अपनी समस्याओं को लेकर शिमला पहुंचीं थी और उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने का समय लेना था। महिलाओं की किस्मत रही कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं से स्वयं ही पूछ लिया कि वे इतनी सुबह यहां कैसे और क्यों।

मुख्यमंत्री के पूछने पर पता चला कि ये सभी महिलाएं ट्रेंड नर्सरी टीचर्स (एनटीटी) हैं जो अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने आई हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री वहीं महिलाओं के साथ बैठ गए और उनकी समस्याएं सुन लीं। महिलाओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष मांग रखी कि ट्रेंड नर्सरी टीचर्स जो पहले से लगी हुई हैं, उन्हें नौकरी में पहले लिया जाए और प्री-प्राइमरी स्कूल में शीघ्र नर्सरी टीचर्स की भर्ती करवाए जाने के लिए भी आग्रह किया।

मुख्यमंत्री के शुक्रवार सुबह हुए किस्से ने एक बार फिर साबित कर दिया कि जनसमस्याओं के निवारण के लिए किसी विशेष मंच की आवश्यकता नहीं, उन्हें जहां जगह मिलती है और जहां लोग मिलते हैं वह वहीं दरबार लगा देते हैं और लोगों की समस्याएं सुन लेते हैं। मुख्यमंत्री ने यह संदेश भी दे दिया कि जनसेवा के लिए निष्ठा और लगन की जरूरत होती है न कि किसी विशेष स्थान या मंच की।