नई दिल्ली: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को कहा कि कोई अन्य देश ‘आतंकवाद की प्रैक्टिस’ नहीं करता है जैसा कि पाकिस्तान करता है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की कूटनीति ने अन्य देशों को आतंकवाद के मुद्दे को गंभीरता से लेने के लिए प्रेरित किया।
विदेश मंत्री ने ‘राइजिंग इंडिया एंड द वर्ल्ड: फॉरेन पॉलिसी इन मोदी एरा’ कार्यक्रम में पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि कोई दूसरा देश उस तरह से आतंकवाद नहीं करता जैसा पाकिस्तान ने किया है। आप मुझे दुनिया में कहीं भी दिखाएं कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ इतने सालों में क्या किया। जयशंकर ने कहा कि 26/11 के मुंबई हमले के बाद हमारे लिए यह स्पष्ट होना महत्वपूर्ण है कि खुद को इस तरह का व्यवहार और कार्रवाई अस्वीकार्य है और इसके परिणाम होंगे।
विदेश मंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि भारत को आईटी में एक्सपर्ट माना जाता है तो वहीं पड़ोसी देश को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद में विशेषज्ञ के रूप में जाना जाता है। जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने सफलतापूर्वक अन्य देशों को यह अहसास कराया कि अगर आतंकवाद पर काबू नहीं पाया गया तो ये भविष्य में उन्हें भी नुकसान पहुंचा सकता है।
विदेश मंत्री ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ इस लड़ाई में दुनिया को साथ ले जाने में काफी हद तक सफल रहे हैं। पहले, अन्य देश इस मुद्दे को यह सोचकर नजरअंदाज कर देते थे कि इससे उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यह कहीं और हो रहा है। आज आतंकवाद का समर्थन करने वालों पर दबाव है। यह हमारी कूटनीति का एक उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के साथ भारत के रणनीतिक समझौते के कारण पूर्वोत्तर में आतंकवादी गतिविधियों में कमी आई है।सिएरा लियोन के एक छात्र के सवाल पर कि मोदी सरकार सरदार वल्लभभाई पटेल के “अखंड भारत” के सपने को कैसे साकार करेगी, जयशंकर ने कहा कि विभाजन एक वास्तविक त्रासदी थी और इसने आतंकवाद जैसी समस्याएं पैदा कीं। पीएम मोदी का जिक्र करते हुए कहा कि मुझे लगता है कि अगर कोई एक नेता है जो सपनों को साकार कर रहा है, जिसके पास सरदार पटेल की विचार प्रक्रिया है, जो सरदार पटेल की दृष्टि को साकार कर रहा है, जिसके पास वह साहस, प्रतिबद्धता और आदतें हैं, तो आप जानते हैं कि वह कौन हैं।