हरिद्वार : हरिद्वार स्थित कुशा घाट पर मुख्यमंत्री धामी के बड़े बेटे दिवाकर का यज्ञोपवीत संस्कार एक सूक्ष्म कार्यक्रम में पूर्ण विधि-विधान के साथ संपन्न हुआ। आयोजन में मुख्यमंत्री धामी अपनी धर्मपत्नी गीता धामी सहित परिवार के लोग मौजूद रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अपने तीर्थ पुरोहित के पास अपनी बही वंशावली में नाम भी लिखवाया।
सनातन धर्म में 16 संस्कारों में यज्ञोपवीत संस्कार विशेष महत्व रखता है। इसे उपनयन संस्कार भी कहते हैं। हिंदू धर्म में जनेऊ धारण करने के बाद व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन के कार्यों को भी जनेऊ नियमों को ध्यान में रखते हुए ही कार्य करना होता है। सनातन धर्म में आज भी बिना जनेऊ संस्कार के विवाह या शुभ कार्य पूर्ण नहीं माना जाता है।