देहरादून: हल्द्वानी और बरेली के बीच बसा बहेड़ी नशा तस्करों का मुफीद अड्डा बना चुका है। अब सिर्फ एक कॉल पर नशे की खेप दरवाजे तक पहुंच रही है। इसका खुलासा तब हुआ, जब एसओजी और बनभूलपुरा पुलिस ने 25 दिन पहले जेल से मेडिकल जमानत पर छूटे एक तस्कर को पकड़ा। जेल के छूटने के बाद ये तस्कर फिर नशा तस्करी में जुट गया और अब फिर वो सलाखों के पीछे है।पुलिस के मुताबिक बनभूलपुरा के एसआई जगवीर सिंह, कांस्टेबल दिलशाद अहमद, एसओजी के हेड कांस्टेबल ललित कुमार और संतोष कुमार गश्त पर निकले थे। आंवला चौकी गेट के पास खड़ा बाइक सवार पुलिस को देख हड़बड़ा गया। वह भागने का प्रयास करने लगा, लेकिन भाग नहीं सका। पुलिस ने उसके पास मौजूद बैग की तलाशी ली तो उसमें से नशे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 37 इंजेक्शन बरामद हुए। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम उजालानगर बनभूलपुरा निवासी मोहम्मद दानिश उर्फ पिडारी पुत्र नियाज अहमद बताया। साथ ही बताया कि बहेड़ी उत्तर प्रदेश में रहने वाले शादाब उर्फ रेहान को वह फोन करता है। फोन करने पर शादाब नशे के इंजेक्शन उस तक पहुंचा देता है। दानिश के पास से पुलिस को 800 रुपए भी मिले हैं, जिसे उसने इंजेक्शन बेंच कर कमाए थे। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी ने बताया कि आरोपी बीते वर्ष 26 जुलाई को 115 नशे की गोलियों व इंजेक्शन संग पकड़ा गया था। 25 दिन पहले ही वह मेडिकल जमानत पर छूटा था। उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।