नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को स्वामी विवेकानंद के निर्वाण दिवस पर उन्हें याद किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जातिवाद, अस्पृश्यता और सामाजिक आडंबर के प्रखर आलोचक थे।
शाह ने ट्वीट में कहा, युगप्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी ने अपने असीम ज्ञान व पुरुषार्थ से पूरे विश्व को सनातन संस्कृति व दर्शन की ज्योति से आलोकित किया। वो जातिवाद, अस्पृश्यता व सामाजिक आडंबर के प्रखर आलोचक थे। स्वामी विवेकानंद जी के विचारों में अध्यात्म, राष्ट्रवाद व आधुनिकता का अद्भुत समन्वय था।राष्ट्र के प्रेरणापुंज विवेकानंद जी ने अपने प्रगतिशील विचारों से युवाओं में राष्ट्रनिर्माण की चेतना जगाई। उनके निर्वाण दिवस पर हर भारतीय उनकी शिक्षा व आदर्शों को जीवन में आत्मसात कर राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान देने का संकल्प ले, यही ऐसे महामानव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
नई दिल्ली, 04 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को स्वामी विवेकानंद के निर्वाण दिवस पर उन्हें याद किया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद जातिवाद, अस्पृश्यता और सामाजिक आडंबर के प्रखर आलोचक थे।
शाह ने ट्वीट में कहा, युगप्रवर्तक स्वामी विवेकानंद जी ने अपने असीम ज्ञान व पुरुषार्थ से पूरे विश्व को सनातन संस्कृति व दर्शन की ज्योति से आलोकित किया। वो जातिवाद, अस्पृश्यता व सामाजिक आडंबर के प्रखर आलोचक थे। स्वामी विवेकानंद जी के विचारों में अध्यात्म, राष्ट्रवाद व आधुनिकता का अद्भुत समन्वय था।राष्ट्र के प्रेरणापुंज विवेकानंद जी ने अपने प्रगतिशील विचारों से युवाओं में राष्ट्रनिर्माण की चेतना जगाई। उनके निर्वाण दिवस पर हर भारतीय उनकी शिक्षा व आदर्शों को जीवन में आत्मसात कर राष्ट्रनिर्माण में अपना योगदान देने का संकल्प ले, यही ऐसे महामानव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।