देहरादून: केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के नामांकन पत्र भरने की 29 अक्टूबर की तारीख जैसे-जैसे करीब आती जा रही है टिकट के दावेदारों की बेचैनी भी बढ़ती जा रही है। कांग्रेस व भाजपा दोनों में से कोई भी दल अभी तक अपने प्रत्याशी के नाम तय नहीं कर पाया हैं। इससे पहले ही उम्मीदवारों के बीच अंतर्द्वंद शुरू हो गया है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के बाद यह क्या रंगत लेगा देखना भी दिलचस्प होगा।
भाजपा ने भले ही छह नाम का पैनल केंद्रीय बोर्ड को भेजो हो लेकिन इसमें अब नए दावेदारों के नाम लगातार जुड़ते जा रहे हैं। पूर्व सीडीएस बिपिन रावत की पुत्री से लेकर अन्य कई नाम अब चर्चाओं में है भाजपा के आधा दर्जन दावेदार ऐसे हैं कि उन्हें अगर टिकट नहीं मिला तो वह निर्दलीय चुनाव मैदान में ताल ठोकने को तैयार है। भले ही प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ यह कह रहे हो कि दावेदार कितने भी अधिक सही पार्टी एक है और एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी। हाई कमान जिसका भी नाम तय करेगा सभी उसको जिताने के लिए काम करेंगे।
भाजपा ने अपने स्तर पर स्टार प्रचारकों की सूची भी जारी कर दी है जिसमें राज्य सरकार के सभी मंत्री और भाजपा के सभी सांसदों से लेकर पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम भी शामिल है। उधर कांग्रेस भी प्रत्याशी के नाम पर मंथन करने में जुटी है।