देहरादून: एसटीएफ ने चंपावत वन प्रभाग से वन्य जीव तस्कर को गिरफ्तार करते हुए दो गुलदार की खाल बरामद की है। उत्तराखण्ड एसटीएफ एवं चम्पावत वन प्रभाग की शुक्रवार को की गई संयुक्त कार्यवाही में देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज से वन्य जीव तस्कर को गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ व वन प्रभाग की टीम अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ कर रही है। अन्य लोगों के भी अपराध में शामिल होने की आशंका है। बरामद गुलदार की खालें 2 से 3 साल पुरानी बताई गई है।
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने शनिवार को देहरादून में आहूत प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि बीते सात दिन के अन्दर दो अलग-अलग मामलों में चार वन्य जीव तस्करों को गिरप्तार कर उनके कब्जे से दो हाथी दांत एवं दो लेपर्ड की खालें बरामद की गयी है। उन्होंने बताया कि कि प्रभारी निरीक्षक एमपी सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ तथा चम्पावत वन प्रभाग की टीम ने एक संयुक्त अभियान में शुक्रवार की शाम कनवाड बैंड देवीधुरा वन रेंज क्षेत्र से एक वन्यजीव तस्कर आनंद गिरि (पुत्र महेश गिरी निवासी सूनकोट सेलाखेत थाना मुक्तेश्वर जनपद नैनीताल) को दो लेपर्ड की खाल के साथ गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार तस्कर खालों को किसी बाहर की पार्टी को बेचने के लिए निकला था लेकिन एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। गुलदार को किन जगह पर मारा, एसटीएफ यह पता करने की भी कोशिश कर रही है।
प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चन्द्र काण्डपाल बताया कि खालें 2-3 वर्ष पुरानी लग रही हैं । गिरफ्तार तस्कर के विरूद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2,9,39,42,49,50,51 में देवाधुरा रेंज में अभियोग पंजीकृत कराया गया है। गिरफ्तार तस्कर लम्बे समय से वन्यजीव अंगों की तस्करी में लिप्त था। एसटीएफ की इस कार्यवाही में मुख्य आरक्षी गोविन्द बिष्ट की विशेष भूमिका बताई गई।