मंडी में बोले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, कहा-नाराज कार्यकर्ताओं को दो दिन में मना लेंगे

मंडी: चुनाव में टिकट न मिलने से नाराज होकर नामांकन भरने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को नामांकन वापसी तक मना लिया जाएगा। यह बात वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में भाजपा कार्यालय में कही। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि चुनाव के दिनों में स्वाभाविक रूप से बहुत सारे कार्यकर्ताओं की इच्छा होती है कि पार्टी का टिकट उनको मिले, लेकिन उसके बावजूद हमारी पार्टी में एक स्थापित व्यवस्था है कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व प्रदेश नेतृत्व के साथ चर्चा करके जो निर्णय करता है, वह निर्णय अंतिम होता है। 

उन्होंने कहा कि अबकी बार भी हिमाचल प्रदेश में जो निर्णय हुए हैं, वे केंद्रीय नेतृत्व के साथ चर्चा करने के बाद अंतिम हुए हैं। सब लोगों ने नामांकन भरे हैं लेकिन यह बात भी सत्य है कि कुछ साथियों और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं ने नामांकन भरे हैं। हम उन कार्यकर्ताओं के संपर्क में हैं और बहुत जगह उस पर सफल हो गए हैं, जहां आजाद उम्मीदवार के नाते नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि 29 अक्तूबर तक जिन भाजपा कार्यकर्ताओं ने नामांकन भरे हैं, वे अपना नाम वापस लेंगे और भाजपा प्रत्याशी के लिए काम करेंगे।

इसी तरह मंडी और कुल्लू विधानसभा क्षेत्र व किन्नौर में भी सब जगह पर बातचीत की है और बातचीत करने के बाद सार्थक परिणाम देखने को मिल रहे हैं। चुनावी रण से नहीं हटेंगे प्रवीण, सीएम से भी नहीं की मुलाकात मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र से बागी होकर नामांकन भरने वाले भाजपा प्रचार-प्रसार समिति संयोजक प्रवीण शर्मा चुनावी मैदान से नहीं हटेंगे।

मंडी में मुख्यमंत्री सूत्र बता रहे हैं कि प्रवीण शर्मा को नामांकन पत्र वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा के पक्ष में बैठने के लिए संपर्क किया जा रहा है लेकिन अभी तक प्रवीण शर्मा ने न तो उनसे संपर्क करने वालों और न ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मंडी दौरे के दौरान मुलाकात की।

प्रवीण शर्मा की नाराजगी भरे तेवरों के बीच में सदर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा परेशानी में दिख रही है। उधर, प्रवीण शर्मा ने स्पष्ट कर दिया है वह किसी भी सूरत में नामांकन पत्र वापस नहीं लेंगे। मंडी की जनता के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता : प्रवीण शर्मा सदर मंडी से आजाद उम्मीदवार प्रवीण शर्मा ने कहा कि नामांकन भरने से पूर्व अगर पार्टी ने कोशिश की होती तो शायद मैं अवश्य विचार करता। परंतु अब जब मैं नामांकन भर चुका हूं तो मंडी की जनता के साथ विश्वासघात नहीं कर सकता।