आरएसएस प्रतिनिधिमंडल ने कूटरचित सूची की मुख्यमंत्री और डीजीपी से की शिकायत, मुकदमा दर्ज

देहरादून: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर संघ पदाधिकारियों के नाम कूटरचित दस्तावेज और भ्रामक सूची वायरल करने की शिकायत की। प्रतिनिधिमंडल ने इस संबंध में उन्हें एक ज्ञापन सौंपा।

संघ पदाधिकारियों के एसएसपी, देहरादून से शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसमें पुलिस की ओर से कहा गया है कि ऐसे भ्रामक खबरें चलाने वाले को चिह्नित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के के प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल के नेतृत्व में पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में कहा गया है कि संघ के पदाधिकारियों को बदनाम करने के लिए एक झूठी सूची को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने का अनुरोध किया। इस पर मुख्यमंत्री धामी ने पुलिस महानिदेशक को मामले की पूरी जांच कर समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं।

इसके साथ ही आरएसएस के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री के अलावा प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार से भी भेंट की और संघ पदाधिकारी को गलत खबरों के जरिए बदनाम करने को लेकर शिकायत की।

प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ देहरादून के पुलिस में शिकायत की है, इसमें कहा गया है कि उत्तराखंड प्रांत प्रचारक युद्धवीर यादव के वर्ष 2017 से 2022 के मध्य पद का दुरुपयोग कर सरकारी नौकरी लगाने का फर्जी, कूटरचित दस्तावेजों से कुछ लोगों द्वारा भ्रामक सूची बनाकर झूठी आईडी द्वारा सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है। उपरोक्त फर्जी कूटरचित सूची में कुछ लोग न तो उक्त स्थान पर नियुक्त हैं न तो कार्यरत हैं। इस तरह की भ्रमित खबर को फैला कर समाज में घृणा और वैमनस्य फैलाया जा रहा है। सूचना पर सीसीपीएस देहरादून पर धारा 501,505 आईपीसी व 66 सी आईटी एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।

पुलिस की ओर से कहा गया है कि सोशल मीडिया पर कुछ लोगों की ओर से फेक न्यूज और फर्जी आईडी के जरिए भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और किसी भी ऐसे अपराधियों को बक्शा नही जायेगा जो लोक शांति और कानून का उल्लंघन करेंगे।