हल्द्वानी: उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स ने 22 साल के एक युवक को कोलकाता से गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा कि युवक बिहार का रहने वाला है। युवक पर आरोप है कि हल्द्वानी के सेवानिवृत सरकारी डॉक्टर से 10.5 लाख रुपये की ठगी की है। युवक ने डॉक्टर को कोषागार से होने का दावा किया और पेंशन से जुड़े मामले सुलझाने का झांसा दिया।
पुलिस के अनुसार, डॉक्टर हरीश लाल की शिकायत पर पिछले साल 26 अक्टूबर को दर्ज एक धोखाधड़ी के मामले की जांच में बिहार के वैशाली के रहने वाले अभिषेक शॉ के रूप में पहचाने गए आरोपी को कोलकाता के भवानीपुर इलाके से गिरफ्तार किया गया था। एसटीएफ के एसपी आयुष अग्रवाल ने सोमवार को कहा कि शॉ ने कई सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारियों को उनके संबंधित सरकारी विभागों से उनका विवरण प्राप्त करने के बाद उसी तरह से ठगा, जहां वे काम करते थे।
आयुष अग्रवाल ने और जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें फोन करने के बाद, वह कोषागार विभाग से बोलने का दावा करते थे और उन्हें अपनी पेंशन से संबंधित कुछ मुद्दों के बारे में विश्वास दिलाते थे। उनकी समस्याओं को हल करने के लिए समझाने के बाद, वह उन्हें मोबाइल फोन में एप डाउनलोड करवाते थे जिससे उनके मोबाइल में रिमोट एक्सेस आ जाए और उसके बाद वह ठग से उनके फोन में पैसे ट्रान्सफर कर सके। आरोपी ने डॉ. लाल की पत्नी, जो की एक सेवानिवृत सरकारी डॉक्टर है, उनके साथ भी समान तरीके से ठग करने की कोशिश की है।