चेन्नई: दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग का मानना है कि यहां चेन्नई सुपरकिंग्स के खिलाफ आईपीएल मैच में 168 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बीच के ओवरों में ज्यादा खाली गेंद खेलना उनकी टीम पर भारी पड़ा। सुपरकिंग्स के आठ विकेट पर 167 रन के स्कोर का पीछा करते हुए दिल्ली की टीम को चार बार की चैंपियन टीम के खिलाफ 27 रन से शिकस्त झेलनी पड़ी।
पोंटिंग ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, हमने तीन विकेट जल्दी गंवाए और फिर स्पिनर गेंदबाजी के लिए आ गए… स्पिनरों के खिलाफ हमने कोई तत्परता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा, बीच के ओवरों में लगभग 34 खाली गेंद खेली…अगर बीच के ओवरों में इतनी खाली गेंद होंगी तो आप किसी स्कोर का पीछा करते हुए कभी नहीं जीत सकते।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान को इस बात का भी मलाल है कि मौजूदा सत्र में कई बार उनकी टीम ने पहले ही ओवर में विकेट गंवाए। पोंटिंग ने कहा, मुझे लगता है कि इस सत्र में यह पांचवां, छठा या शायद सातवां मौका था जब हमने मैच के पहले ओवर में ही विकेट गंवा दिया। एक बार तो हमने मैच के पहले ओवर में दो विकेट गंवाए हैं। यह स्पष्ट रूप से एक क्षेत्र है जहां हम सही नहीं कर रहे। जाहिर है कि हम मुकाबला कहां हारे। पोंटिंग ने कहा कि खराब फॉर्म से जूझ रहे पृथ्वी साव को एकादश से बाहर कर दिया गया है क्योंकि वह टीम की उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाया।
उन्होंने कहा, पृथ्वी.. यह तथ्य कि वह नहीं खेल रहा है, यह इस बात का संकेत है कि उसने वैसा प्रदर्शन नहीं किया जैसा हम चाहते थे। अभी तक किसी ने भी दोनों हाथों से इस अवसर का फायदा नहीं उठाया है। इस बीच सुपरकिंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि वह टीम के बल्लेबाजों द्वारा छोटी लेकिन प्रभावी पारियां खेलने से खुश थे और यह इस बात का प्रतिबिंब था कि खेल कैसे खेला जा रहा है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह इस बात का प्रतिबिंब है कि खेल कैसे खेला जा रहा है। हमने खिलाड़ियों को अधिक जोखिम वाले शॉट खेलने के लिए कहा है और आप एक पारी को जिस तरह खड़ा करते हैं, वह थोड़ा अलग है इसलिए मैं छोटी लेकिन प्रभावी पारियों से खुश हूं।
फ्लेमिंग ने कहा, अगर आप प्रतिस्पर्धी स्कोर से अधिक रन बनाने का प्रयास करते हैं तो खिलाड़ियों को क्रीज पर आकर अधिक आक्रामक रूप से खेलना होगा और इसके साथ गलतियां होंगी लेकिन आपने आज फिर देखा कि 160 रन का विकेट 175-180 रन के विकेट में बदल गया क्योंकि हमारी साझेदारियों में सकारात्मक इरादा था और खिलाड़ी आक्रामक होकर खेल रहे थे। कप्तान धोनी के बारे में फ्लेमिंग ने कहा, वह सिर्फ एक निश्चित तरीके से ट्रेनिंग कर रहा है। वह जानता है कि वह लंबे समय तक बल्लेबाजी नहीं करने वाला है और उससे आगे हमारे पास काफी बल्लेबाज हैं। इसलिए उसने वास्तव में आखिरी तीन ओवरों पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने काफी मजबूत हिटिंग अभ्यास पर ध्यान केंद्रित किया है और आप इसका लाभ देख सकते हैं।