देहरादून: उत्तराखंड में देहरादून सहित अन्य प्रदेश भर में बारिश का बुधवार को दौर जारी है। बारिश से जहां मैदानी क्षेत्रों में उमस से राहत मिली वहीं पर्वतीय इलाकों में भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई सड़कें बंद हैं। देहरादून में नाले के तेज बहाव में दो बच्चियां बह गई। एक शव बरामद हुआ है। रेस्क्यू जारी है।
बुधवार सुबह से प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश शुरू होकर देर शाम तक रुक-रुक जारी है। आसमान काले बादलों से पटा हुआ है। प्रदेश में खराब मौसम मुसीबत बना हुआ है। भारी बारिश से बदरीनाथ और यमुनोत्री हाईवे अलग-अलग जगह पर बंद हो गए हैं। जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग घोड़ा पड़ाव और यमुना मंदिर के बीच उफान पर आई नदी के कारण लोग जोखिम भरी आवाजाही कर रहे हैं। बारिश से करीब 150 सड़कों पर यातायात प्रभावित है।
बुधवार को देहरादून जिले के आमवाला रायपुर में पानी के तेज बहाव में नाले में दो बच्चियां रचना (8 वर्ष) और खुशी (7 वर्ष) बह गईं। सूचना मिलते ही सहस्रधारा पोस्ट से एसडीआरएफ टीम मौके पर रेस्क्यू के लिए रवाना हुई। टीम की ओर से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सर्च अभियान में एक बच्ची का शव बरामद कर लिया गया है जबकि दूसरी बच्ची की तलाश जारी है।
पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पुरसाड़ी के समीप दीवार टूटने से अवरुद्ध हो गया है। पुलिस प्रशासन ने यात्रा वाहनों की आवाजाही नंदप्रयाग सेकोट सड़क से शुरू कराई है। जिसे दो दर्जन के करीब सड़कें बाधित हैं। जिन्हें खोलने का कार्य चल रहा है।
हाइवे बंद होने से जगह-जगह यात्री फंस गए हैं। प्रशासन द्वारा बंद सड़काें को खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम बाधा बना हुआ है। बारिश की वजह से पुल टूटने और भूस्ख्लन की वजह से 146 सड़कों पर यातायात ठप है। सड़कों को खोलने के लिए 235 जेसीबी लगाई गई हैं।
भारी बारिश को देखते हुए मौसम विज्ञानियों ने देहरादून, उत्तरकाशी, नैनीताल, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में 24 घंटे में भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट भी जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि पांच जिलों में बारिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहना होगा। प्रशासन की ओर से पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को मौसम की जानकारी के बाद ही प्रदेश में यात्रा करने की सलाह दी गई है।