नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एनडीए सांसदों के साथ बैठक की। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने एनडीए सांसदों को संसदीय नियमों और संसदीय आचरण का पालन करने की अपील की। प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘विपक्ष एक गैर कांग्रेसी नेता का लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना बर्दाश्त नहीं कर पा रहा है।’ एनडीए सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘विपक्ष इस बात से परेशान है कि पहली बार एक गैर-कांग्रेसी नेता, वह भी एक ‘चायवाला’, लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बना है। नेहरू-गांधी परिवार पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ‘कांग्रेस के सदस्य प्रधानमंत्री हुआ करते थे तथा अपने दायरे से बाहर के लोगों को बहुत कम मान्यता देते थे। कांग्रेस के सबसे प्रमुख परिवार से बाहर से आए प्रधानमंत्रियों के योगदान को नजरअंदाज किया जाता था, उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में यह सुनिश्चित किया कि उन सभी को मान्यता मिले क्योंकि प्रत्येक ने किसी न किसी तरह से देश के लिए योगदान दिया है।’
एनडीए सांसदों की बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए सांसदों से वरिष्ठ सदस्यों से संसद की सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में सीखने की अपील की। पीएम मोदी की यह अपील राहुल गांधी के लोकसभा में सोमवार को दिए भाषण के बाद सामने आई है, जिसे एनडीए ने सबसे गैर जिम्मेदाराना भाषण करार दिया है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद संवाददाताओं को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों से संसदीय मुद्दों का अध्ययन करने, नियमित रूप से संसद में उपस्थित रहने तथा अपने निर्वाचन क्षेत्र से संबंधित मामलों को प्रभावी ढंग से उठाने को कहा।