विधानसभा के बजट सत्र से पहले ही विपक्ष ने बोला हल्ला, घिरती नजर आई सरकार

देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा का सुबह 11 बजे बजट सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने हल्ला बोल दिया। विपक्ष ने सेशन न कराने के विरोध में विधानसभा की गैलरी में धरना देकर विरोध जताया. विपक्ष ने कहा कि सरकार चारधाम यात्रा की आड़ लेकर गैरसैंण की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार गैरसैंण में बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर डवलप नहीं कर पाई सदन शुरू हुआ तो प्रश्नकाल में नलकूप का मुद्दा छाया रहा। भगवानपुर से विधायक ममता राकेश ने भू जल स्तर गिरने के कारण क्षेत्र में नलकूपों के काम न करने के कारण सिंचाई के वैकल्पिक इंतजामों को लेकर सवाल उठाया। हरिद्वार में भूजल स्तर गिरने के कारण 557 में से 99 नलकूप बंद पड़े हुए हैं।

जिसके चलते आठ हजार हेक्टेयर से भी अधिक खेती असंचित पड़ी हुई है. विपक्ष के सवालों में उलझे सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज इसका ठोस जवाब नहीं दे पाए. विधायक तिलक राज बेहड़ की ओर से किच्छा कोतवाल पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए कारवाई की मांग उठाई गई। सरकार ने ऐसा कोई मामला होने से इनकार किया तो पूरा विपक्ष वेल पर आकर नारेबाजी करने लगा नतीजा अध्यक्ष ने सेशन को दो घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा।

विपक्ष जवाब सुनने को तैयार नहीं दूसरी ओर सदन में कई बार स्तपाल महाराज के बचाव में उतरे संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विपक्ष के अंदर धैर्य की कमी है. वो जवाब सुनने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि प्रश्न के सापेक्ष सप्लीमेंट्री सवालों का मौके पर जवाब दे पाना संभव भी नहीं है. बहरहाल, सेशन का पहले दिन सवाल जवाब कम हंगामा ज्यादा देखने को मिला. बुधवार को मंत्री धन सिंह रावत से जुड़े शिक्षा, स्वास्थ्य, सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभागों के सवाल आएंगे।

विपक्ष जवाब सुनने को तैयार नहीं दूसरी ओर सदन में कई बार स्तपाल महाराज के बचाव में उतरे संसदीय कार्य मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि विपक्ष के अंदर धैर्य की कमी है। वो जवाब सुनने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि प्रश्न के सापेक्ष सप्लीमेंट्री सवालों का मौके पर जवाब दे पाना संभव भी नहीं है। बहरहाल, सेशन का पहले दिन सवाल जवाब कम हंगामा ज्यादा देखने को मिला बुधवार को मंत्री धन सिंह रावत से जुड़े शिक्षा, स्वास्थ्य, सहकारिता जैसे महत्वपूर्ण विभागों के सवाल आएंगे।