29 सितंबर क़ो होना था आयोजन, मंत्रियों व आला अधिकारियों का मंथन शिविर टला

देहरादून: मंत्रियों और आला अधिकारियों का मंथन शिविर टला, नवरात्र के बाद तय होगी तारीख मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आयोजन स्थल में बदलाव किया गया है। फिजूलखर्ची रोकने के अपने पूर्व में दिए गए निर्देश के क्रम में धामी ने इस आयोजन को सरकारी संस्थान में करने की सलाह दी है। उत्तराखंड 2025 के लिए मंत्रियों और सरकार के आला अधिकारियों के बीच मंथन शिविर टल गया है। अब यह शिविर रामनगर के स्थान पर नैनीताल स्थित डॉ. रघुनंदन सिंह टोलिया उत्तराखंड एकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन में होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आयोजन स्थल में बदलाव किया गया है। फिजूलखर्ची रोकने के अपने पूर्व में दिए गए निर्देश के क्रम में धामी ने इस आयोजन को सरकारी संस्थान में करने की सलाह दी है। सचिव नियोजन डॉ. मीनाक्षी सुंदरम ने इस पुष्टि की है। 29 सितंबर से प्रस्तावित था मंथन शिविर 2025 तक उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए इस मंथन शिविर में विकास का भावी रोड मैप तैयार होना था। इस तीन दिवसीय मंथन शिविर की शुरुआत 29 सितंबर से होनी थी। इसके लिए रामनगर के एक होटल में बुकिंग की कार्रवाई भी शुरू हो गई थी।

नवरात्र पर्व होने की वजह से शिविर स्थगित माना जा रहा है कि नवरात्र पर्व के दौरान सरकार के मंत्रियों की व्यस्त कार्यक्रमों के चलते मंथन शिविर को स्थगित करना पड़ा। कुछ मंत्रियों ने इस संबंध में मुख्यमंत्री से अनुरोध किया था। निजी होटल में नहीं होगा आयोजन मुख्यमंत्री ने सरकारी संस्थान में मंथन शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। इसकी मुख्य वजह मितव्ययिता माना जा रहा है। उनके निर्देश पर रामनगर के एक निजी होटल में शिविर आयोजन करने का इरादा बदल दिया गया है और अब यह आयोजन नैनीताल में होगा। अब नई तिथि नवरात्र के बाद तय होगी।