चमोली: एनएचआईडीसीएल ने बदरीनाथ हाईवे पर कमेडा से हेलंग तक सड़क सुधारीकरण का काम शुरू कर दिया है। एनएचआईडीसीएल की ओर से हाईवे पर 20 भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र और 11 भू-धंसाव स्थलों का ट्रीटमेंट किया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के साथ ठेकेदारों को काम भी सौंप दिया गया है।
यात्रा सीजन 2024 समाप्त होने के बाद रात-दिन तेजी से काम किया जाएगा और आगामी यात्रा सीजन से पहले ट्रीटमेंट कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा। यह जानकारी एनएचआईडीसीएल के कार्यों की समीक्षा के दौरान प्रोजेक्ट मैनेजर अंकित सोलंकी ने दी। चमोली जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सोमवार को एनएचआईडीसीएल यानी राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन कार्यों, भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों, डंपिंग स्थलों समेत अन्य लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देशित किया कि आबिट्रेशन में लंबित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण कर बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुधारीकरण कार्यों को तेजी लाएं और आगामी यात्रा सीजन से पहले ट्रीटमेंट कार्यों को पूरा करना सुनिश्चित करें। डीएम तिवारी ने कहा कि इसमें कहीं पर भी समस्या हो तो तत्काल संज्ञान में लाया जाए। इस दौरान उन्होंने नंदप्रयाग, मैठाणा, कमेडा, छिनका, विरही, भनेरपानी, टंगणी, पागलनाला आदि जगहों पर प्रस्तावित ट्रीटमेंट कार्यों की भी विस्तृत रूप से समीक्षा की।
टंगणी में पीएमजीएसवाई के डंपिंग जोन का मलबा आने से बार-बार राष्ट्रीय राजमार्ग बाधित होने की समस्या पर डीएम तिवारी ने तहसीलदार को मौके पर निरीक्षण कर प्रोटेक्शन वॉल निर्माण करने के निर्देश दिए। ताकि, बरसात के दौरान बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब की यात्रा प्रभावित न हो।
एनएचआईडीसीएल के प्रोजेक्ट मैनेजर अंकित सोलंकी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग सुधारीकरण के लिए भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों और भू-धंसाव स्थलों पर सुधारीकरण और ट्रीटमेंट का काम शुरू कर दिया गया है।