नई दिल्ली: दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है। अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने आतिशी को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनाने का फैसला लिया है। AAP के विधायक दल की बैठक में यह निर्णय लिया गया, और आतिशी 21 सितंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। पार्टी के बयान में कहा गया है कि आतिशी के साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे।
‘केवल आप में ही संभव’
आतिशी ने अरविंद केजरीवाल द्वारा उन पर जताए गए भरोसे पर खुशी जताई, हालांकि उनके इस्तीफे से वह दुखी भी हैं। आतिशी ने कहा कि वह विधानसभा चुनावों में जीत हासिल कर अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेंगी। उन्होंने कहा, “दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री और मेरे गुरु अरविंद केजरीवाल का आभार व्यक्त करती हूं, जिन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी। यह केवल ‘आप’ में ही संभव है।”
दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री
43 साल की आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं, सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद। आतिशी ‘आप’ की एक प्रमुख नेता हैं और मनीष सिसोदिया के शिक्षा मंत्री रहते हुए उनकी सलाहकार भी रह चुकी हैं। उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के सुधार में अहम भूमिका निभाई है। आतिशी पार्टी की स्थापना के समय से ही ‘आप’ से जुड़ी हैं और 2013 के विधानसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र समिति की प्रमुख सदस्य रही हैं।
चुनौतियों से भरा कार्यकाल
मार्च 2023 में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आतिशी को दिल्ली कैबिनेट में शामिल किया गया था। अब मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके सामने बड़ी चुनौतियां होंगी, क्योंकि वह आगामी विधानसभा चुनावों में AAP का प्रमुख चेहरा होंगी। ‘आप’ ने जल्द ही विधानसभा चुनाव कराने की मांग की है, और आतिशी के नेतृत्व में पार्टी इस चुनावी चुनौती का सामना करेगी।