पंचांग के अनुसार हर माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत किया जाता है जो कि देवी मां दुर्गा की साधना आराधना को समर्पित होता है इस दिन भक्त दिनभर का उपवास रखकर माता रानी की विधि विधान से पूजा करते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से जगत जननी का आशीर्वाद मिलता है और जीवन के कष्टों से भी राहत मिलती है साथ ही सुख समृद्धि बनी रहती है। इसके अलावा भक्तों की सारी मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा मासिक दुर्गाष्टमी व्रत की तारीख और मुहूर्त की जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मासिक दुर्गाष्टमी की तारीख— हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि का आरंभ 15 मई दिन बुधवार सुबह 4 बजकर 19 मनट पर हो जाएगा। वही इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 16 मई को सुबह 6 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत 15 मई को रखा जाएगा। आपको बता दें कि मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर पूजा का संकल्प करें और एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर माता की प्रतिमा स्थापित कर देवी का श्रृंगार करें फिर माता को लाल पुष्प अर्पित कर घी का दीपक जलाएं और धूपबत्ती दिखाकर माता की आरती करें। इसके बाद दुर्गा चालीसा, मंत्र का जाप करें और माता रानी को भोग लगाकर उनकी विधिवत पूजा करें।
इन मंत्रों का करें जाप— 1- ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।। 2- या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। 3- या देवी सर्वभूतेषु तुष्टिरूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।। 4- सर्वमंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यंबके गौरी नारायणि नमोऽस्तुते।।