देहरादून : देहरादून के मेयर सुनील उनियाल गामा ने बुधवार को कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया। गामा ने साफ कहा कि चुनाव के दौरान हलफनामे में उन्होंने जो संपति दिखाई, उसको लेकर सवाल खड़े किए गए। महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि नगर निगम की संपत्तियों को किसी को नहीं बेचा जाएगा, बल्कि नगर निगम की संपत्ति की उन्होंने रक्षा की है।
मेयर सुनील उनियाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चुनाव के समय हलफनामे में जितनी भी संपत्तियां मैंने दिखाईं, उसके साथ आज तक की संपत्तियां जोड़ दी गई हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने 18 साल की उम्र से काम शुरू किया, पान की दुकान चलाई, चाऊमीन बेची, वीडियो ग्राफी का काम किया। वीडियो लाइब्रेरी चलाई, ठेकेदारी की। इसके बाद 2012 तक कुछ संपत्तियां हमने लीं। मेरी ठेकेदारी अच्छी चलती थी। मैं बी केटेगरी का ठेकेदार था। लेकिन नगर निगम बनने के बाद मैंने निकाय में ठेकेदारी छोड़ दी। मेयर बनने के बाद मैंने अपने तमाम लाइसेंस भी निरस्त करवा दिए थे।”
मेयर ने कहा, “2012 के बाद मैंने कुछ संपत्तियां खरीदीं। मैंने 2017 में अपने चुनावी घोषणापत्र में ढाई करोड़ तक की संपत्तियां मैंने चुनावी घोषणा पत्र में दिखाई थीं। उनमें से मैंने अपनी कई संपत्तियां बेचीं और संपत्तियों की दरें बढ़ीं, जिसका केवल मुझे ही नहीं, सबको फायदा हुआ। जब मैंने कुछ संपत्तियां बेची हैं, तो कुछ खरीदी भी हैं।”
मेयर गामा ने कहा, “मेरी पत्नी नौकरी करती है, मेरी बेटी लंदन में रहती है और वहां नौकरी करती है। मेरा बेटा एमटेक है, वो भी अपना काम करता है। ऐसे में कोई मुझे कैसे कह सकता है कि मैं जमीन नहीं ले सकता।”
दरबार साहिब से जमीन लीज में लेने के मामले में भी मेयर गामा ने जवाब देते हुए कहा, “मैंने 2012 में महंत जी को आवेदन किया कि मुझे भी एक छोटा सा टुकड़ा दुकान बनाने के लिए दे दें। माननीय महंत जी ने किराए पर मुझे प्लॉट दिया। ऐसे में उसे मेयर बनने के बाद से क्यों जोड़ा जा रहा है। जबकि श्री गुरुराम राय से जुड़ी संपत्तियों का वाद अभी भी चल रहा है और उन्हें लगातार नोटिस दिया जा रहा है।”
मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा, “मेरा कोई पेट्रोल पंप भी नहीं है। मैंने सारी संपत्तियां घोषित की हुई हैं। उनके अनुसार, मेरी कोई बेनामी संपत्ति नहीं है। मैंने अपनी संपत्तियों का खुलासा इनकम टैक्स में की हुई है, तभी तो आप लोगों तक मेरी संपत्ति के कागज आएं हैं। उनके अनुसार मैंने तो कुछ नहीं छिपाया।”
मेयर ने कहा, “मैंने 1 करोड़ 25 लाख का लोन भी लिया। जिन्होंने मेरे खिलाफ ये षड्यंत्र रचा है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई करूंगा। जो लोग मेरे खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं, उनका इतिहास भी आप लोग जानते हैं। पुरानी संपत्तियां बेचकर मैंने नई संपत्तियां खरीदी इसमें गलत क्या है।”
सार-आईएएनएस