ओडीओपी योजना में चयनित उत्पादों की बिक्री के लिए की जाएगी मार्केटिंग

देहरादून: एक जिला-एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना में चयनित उत्पादों की बिक्री को रफ्तार देने के लिए इन्वेस्ट इंडिया के अंतर्गत अलग-अलग ई-कामर्स वेबसाइट और जेम पोर्टल के माध्यम से उत्पाद क्रय करने के लिए मार्केटिंग की जाएगी।

शुक्रवार को सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में सूचना कार्यालय (पीआईबी) के तत्वावधान में इन्वेस्ट इंडिया की ओर से एक जिला-एक उत्पाद योजना के तहत काम कर रहे सूक्ष्म लघु और मध्यम उत्पादकों, विक्रेताओं और लाभार्थियों के साथ केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के औद्योगिक नीति व संवर्धन विभाग के सहयोग से ‘एक जिला एक उत्पाद’ विषय पर देशव्यापी जागरुकता अभियान की देहरादून में शुरुआत की।

उद्योग निदेशक सुधीर चन्द्र नौटियाल ने बताया कि केंद्र सरकार इस योजना के तहत इन्वेस्ट इंडिया के माध्यम से विक्रेताओं को गुणवत्ता और उत्पाद क्षमता में बढ़ावा देने के लिए कार्यशाला आयोजित कर रही है। ओडीओपी उत्पाद जेम पर अवश्य उपलब्ध हो, जिससे छोटे से छोटा व्यापारी भी लाभान्वित हो सके।

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड ने एक कदम और आगे बढ़ाते हुए एक जिला दो उत्पाद योजना प्रारंभ की है। इसे लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिये सरकार की ओर से विभिन्न योजनाएं और कार्यक्रम प्रांरभ किए गए है। जिसमें ओडीओपी प्रशिक्षण, वित्त पोषण सहायता, विपणन सहायता योजना, परिवहन, पैकेजिंग, सामान्य सुविधा केंन्द्र योजना प्रमुख हैं।

उन्होंने कहा कि अलग-अलग ई-कामर्स वेबसाइट एवं जेम पोर्टल के माध्यम से भी ओडीओपी की मार्केटिंग के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जी-20 की अध्यक्षता भारत को मिलने के उपरांत प्रधानमंत्री ने उससे सम्बंधित सभी कार्यक्रमों में ओडीओपी के उत्पाद ही उपहार के रूप में देने को प्राथमिकता देने का निर्णय किया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के कुछ उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है और 5 और उत्पादों के लिए जीआई टैग प्राप्त करने की प्रयास किए जा रहे हैं।

ओडीओपी प्रबंधक जिगिषा तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत पूरे देश के हर एक जिले से वहां के अद्वितीय उत्पाद को चुना गया है। वहां के विक्रेताओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि वह अपना उत्पाद वैश्विक स्तर पर मार्केटिंग कर लाभान्वित हो सके।

इस क्रम में देश के 765 जिलों से कुल 1072 उत्पाद का चुनाव राज्यों की ओर से किया गया है। जिसमें उत्तराखंड के 13 जिलों के उत्पाद शामिल हैं। जिसमें हरिद्वार जनपद का हनी, जैगरी, नैनीताल से ऐपण कला, टिहरी से शीप वूल, देहरादून से बेकरी उत्पाद, चम्पावत से हनी, अल्मोड़ा से बाल मिठाई, बागेश्वर से कीवी, चमोली से रोज वाटर, पौड़ी से हर्बल उत्पाद, पिथौरागढ़ से राजमा, रुद्रप्रयाग से चोलाई, टिहरी से पनीर, उधमसिंह नगर से मेंथा, उत्तरकाशी से एप्पल आदि शामिल किया गया है।

कार्यक्रम में ओडीओपी उत्पाद के बारे में हरिद्वार की निर्मल वार्ष्णेय, नैनीताल से रूचि नैनवाल, टिहरी से अनिल चंदोला, चम्पावत से नरेन्द्र महरा, वैली कल्चर से शिखा आदी ने अपने-अपने अनुभव को साझा किया।