ऋषिकेश: तीर्थ नगरी ऋषिकेश क्षेत्र में पुलिस के चलाए जा रहे नशा मुक्ति जागरुकता अभियान के दौरान नगर के बुक डिपो, हार्डवेयर और मेडिकल स्टोर के संचालकों के साथ बैठक कर सभी को हिदायत दी, कि किसी भी दुकान पर यदि फ्लूट के अतिरिक्त यदि नशे से संबंधित कोई भी दवा बेची जाएगी, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऋषिकेश कोतवाली में पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढौंडियाल और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी ने दुकानदारों को बताया कि 32 ऐसे लोगों ऋषिकेश में चिन्हित किया है, जहां से नशा का कारोबार संचालित किया जा रहा है। पुलिस ने दुकानदारों से अपेक्षा की है कि उनके यहां यदि कोई भी नशे से संबंधित दवा या अन्य वस्तु खरीदने के लिए आता है तो उसकी सूचना पुलिस को दें। बिना डॉक्टर की पर्ची के इस प्रकार की दवाइयां उपभोक्ता को ना दी जाएं जो कि नशे से संबंधित हों।
पुलिस ने कहा कि यदि कोई नाबालिग या व्यक्ति नशे से संबंधित चीज खरीदने आ रहा है तो उसकी सूचना पुलिस को दें। सूचना देने वाले का नाम पता गोपनीय रखा जाएगा और उसकी काउंसलिंग कर उसे सुधारे जाने का प्रयास किया जाएगा। पुलिस एम्स और अन्य चिकित्सालय में भी नशे के आदी हो चुके लोगों को रखे जाने की व्यवस्था कर रही है। पुलिस ने कहा कि यदि एक बच्चा नशे का आदी हो रहा है, तो उसका प्रभाव परिवार के साथ समाज में भी पड़ रहा है। अभी तक पुलिस ने इस प्रकार के कई लोगों की काउंसिलिंग कर नशे से मुक्त किया है जिसकी उनके परिवारों ने सराहना की है।