मौसम परिवर्तन के साथ चिकित्सालयों में रोगियों की संख्या बढ़ी

देहरादून: इन दिनों कोरोना के साथ साथ डेंगू और संक्रामक रोगों का दौर चल रहा है। बरसात का मौसम वायरस के लिए अनुकूल माना जाता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसका प्रमाण अन्य चिकित्सालयों के साथ-साथ दून मेडिकल कॉलेज का वाह्य चिकित्सा विभाग है जहां लगभग ढाई हजार लोग प्रतिदिन चिकित्सा के लिए आ रहे हैं। पहले यह संख्या दो हजार के आसपास थी लेकिन मौसमी प्रकोप के कारण रोगियों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। इसी प्रकार नेत्र विभाग, दंत विभाग, अस्थि विभाग तथा अन्य विभागों के रोगियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के वाहय चिकित्सा विभाग में ज्वर रोग से पीड़ित ज्यादा लोग आ रहे हैं। चिकित्सालय के मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. रिजवी का कहना है कि बीमारी भी मौसम के अनुसार घटती बढ़ती रहती है। उनका कहना है कि ऋतु परिवर्तन के कार्यकाल में बीमारियां बढ़ती है। जब- जब मौसम बदलता है तब-तब बीमारियां बढ़ती है। वर्तमान समय में वायरस का प्रकोप तेजी से लोगों कां संक्रमित करता है जिससे बचने के लिए अपनी रोग प्रति रोधक क्षमता बढ़ानी चाहिए। इसी प्रकार तापमान के उतार चढ़ाव के कारण लोगों को मौसमी बीमारियां होती है जिनमें जुकाम, बुखार तथा मच्छरों के प्रकोप से होने वाली बीमारियां प्रमुख हैं।

उन्होंने बताया कि दून मेडिकल कालेज में रोगियों के लिए अच्छी खासी व्यवस्था है। लोग अपने निदान के लिए यहां आएं लेकिन एक आग्रह जरूर करूंगा कि लोग बासी भोजन, बाजार की खुली चीजें तथा फास्ट फूड खाने से परहेज करें और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास करें। योग, आसन, प्राणायाम भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।