चमोली : रविवार रात तकरीबन 10 बजे सोल क्षेत्र में बादल फटने से प्राणमती नदी का अचानक जलस्तर बढ़ने से थराली गांव में काफी ज्यादा नुकसान देखा गया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सोल क्षेत्र में बादल फटने की सूचना पहले ही टेलीफोन के जरिए थराली के ग्रामीणों को मिल गई थी। ग्रामीण अपने मकानों को छोड़कर चले गए थे। वहीं इनके मकानों पर मलवा भर गया है। मकान क्षतिग्रस्त हो गए है। कई मवेशी भी बह गए। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि नदी का खौफनाक मंजर ऐसा पहले कभी नहीं देखा था। इतना ही नहीं, ग्रामीणों की कृषि भूमि को भी बहुत नुकसान पहुंचा है। वहीं ग्रामीणों का कहना कि खौफनाक मंजर इससे पहले कभी नहीं देखने को मिला। आंखों में आंसू और अपने मकानो के अंदर मलवा देख ग्रामीण अपने आंसू नहीं रोक पाए।
थराली गांव को जोड़ने वाला मोटरपुल प्राणमती नदी के तेज बहाव में बह गया, जिससे थराली और सूना गांव का संंपर्क तहसील मुख्यालय से पूरी तरह कट गया है। वहीं थराली गांव में प्रेम बुटोला और गिरिजा देवी के आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। प्राणमती नदी के सैलाब में एक आल्टो कार बह गई। वहीं मलबे की चपेट मे एक अन्य वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। देर रात पुलिस ने प्राणमती नदी और पिंडर नदी के किनारे रह रहे परिवारों को अलर्ट करने के साथ ही घटनास्थल का मुवायना कर सभी से अलर्ट रहने की अपील भी की है। वहीं रतगांव को जोड़ने वाला मोटरपुल भी प्राणमती नदी के तेज बहाव में बह गया और थराली डूंगरी मोटरमार्ग कई जगहों में पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
सार-आईएएनएस