देहरादून: पटेलनगर क्षेत्र में बंद घरों में चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसी ही एक चोरी की घटना का खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं पटेलनगर पुलिस ने किया है जिसमें गाजियाबाद के गैंगस्टर सहित 03 अन्य शातिर आरोपितों को देहरादून पुलिस ने किया गिरफ्तार है। उनके पास चोरी की गयी 07 लाख रुपये की ज्वैलरी बरामद की है।
घटनाक्रम के अनुसार आलोक भार्गव पुत्र बनवारी लाल निवासी ब्रह्म लोक कॉलोनी, सेवला खुर्द ने चौकी आईएसबीटी आकर सूचना दी कि पांच सितम्बर को उनके पिताजी का देहांत हो गया था, जिस कारण वह अपने मूल निवास ऋषिकेश में सपरिवार चले गए थे। 19 सितम्बर को जब वापस आए तो उन्होंने देखा कि उनके मकान का ताला तोड़कर अज्ञात चोरों ने घर में रखी सम्पूर्ण ज्वेलरी (2 कंगन, 2 हार, 3 अंगूठियां, 4 झुमके आदि) को चोरी कर लिया है। इसका कोतवाली पटेल नगर में मुकदमा दर्ज हुआ।
प्रभारी निरीक्षक कोतवाली पटेल नगर द्वारा प्रभारी चौकी आईएसबीटी के नेतृत्व में तत्काल उक्त घटना के खुलासे हेतु टीम गठित की गई। गठित टीम द्वारा घटनास्थल एवं उसके आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करते हुए 20 सितम्बर को पुलिस टीम द्वारा घटना में संलिप्त अभियुक्तगणों को चंद्रबनी रोड, थाना पटेल नगर से मय चोरी किए गए माल के साथ गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों में आशीष कश्यप, रोहित तोमर,शाहरुख, तरुण शर्मा के नाम शामिल हैं।
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्त शाहरूख ने बताया कि वह पूर्व में अपने एक मित्र से मिलने पटेलनगर के ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र में आया था। इस दौरान उसने कई मकानों की रेकी की थी। इसके पश्चात घटना से कुछ दिन पूर्व वह अपने एक साथी रोहित तोमर के साथ दोबारा देहरादून आया। उन्होंने सेवालांखुर्द क्षेत्र में एक बन्द मकान को चिन्हित किया। घटना को अंजाम देने के लिये मैंने अपने साथ अपने दो अन्य साथियों रोहित तोमर और तरुण शर्मा को शामिल कर लिया था।
रोहित पूर्व में गाजियाबाद के कविनगर थाने से लूट व चोरी के कई मामलों में जेल जा चुका है। आरोपितों का पुलिस ने आपराधिक इतिहास भी खंगाला है और उनके पास से सामान बरामद किया है। इन आरोपितों पर विभिन्न जनपदों में मुकदमें भी पंजीकृत हैं।
पुलिस टीम में कोतवाल सूर्य भूषण नेगी के साथ एसएसअरई मोहन सिह, उप निरीक्षक लोकेंद्र बहुगुणा, बलवीर रावत, कांस्टेबल संदीप, सूरज राणा, आबिद, रवि शंकर, मनोज, रोशन तथा एसओजी के कांस्टेबल आशीष शर्मा छानबीन में शामिल थे।