देहरादून: राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से मंगलवार को राजभवन में उद्यान विभाग के अधिकारियों व मौन पालनों ने मुलाकात कर प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उत्पादित शहद एवं पॉलेन (पराग कण) भेंट किया।
राज्यपाल ने कहा कि पॉलेन में अत्यंत औषधीय गुण शामिल होते हैं, और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इसकी कम उपलब्धता के कारण डिमांड बहुत अधिक है। राज्यपाल ने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि प्रदेश में “मनी फ्रॉम हनी” का लक्ष्य लेकर मौन पालन से संबंधित सभी अभियानों को प्रोत्साहन दिया जाए। उत्तराखण्ड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उत्पादित शहद के जरिए किसानों को सीधा आर्थिक फायदा पहुंचेगा।
इस दौरान बताया कि उद्यान विभाग द्वारा वैली ऑफ फ्लावर्स के आसपास के क्षेत्र गोविंदघाट, घांघरिया व चोपता के आसपास बसंत उत्सव के समय 10 बॉक्स लगाए गए थे, इन 10 बॉक्स से उच्च गुणवत्ता का 300 किलो शहद उत्पादित किया गया है। जिसमें रानी मधुमक्खी के लिए मधुमक्खियों की ओर से उत्पादित रॉयल जैली शहद भी शामिल है।
प्रभारी उद्यान, राजभवन दीपक पुरोहित ने बताया कि वसंतोत्सव के समय राजभवन में मौन पालन के लिए 10 बॉक्स लगाए गए थे। जिससे 110 किलो शहद उत्पादित किया गया। जिसके बाद राज्यपाल की ओर से 10 बॉक्स उच्च हिमालयी क्षेत्रों में लगाने के निर्देश दिए गए थे। उन्हीं 10 बॉक्स से 300 किलो उच्च गुणवत्ता का शहद उत्पादित किया गया।