रिकांगपिओ: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के साथ ही किन्नौर जिला में बुधवार प्राय: करीब तीन बजे से ही जिला के सभी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जम कर बर्फबारी होने के साथ मध्यम व निचले क्षेत्रों में बारी बारिश होनी शुरू हो गई। इस बर्फबारी को सेब बागबानों के लिए बहुत ही लाभदायक माना जा रहा है। पहाड़ों पर जमा जम हुए इस बर्फबारी को देख बागबानों व किसानों के चेहरे खिल उठे है। समूचे जिला में मौसम में आई इस बदलाव को शिव रात्रि पर्व पर अमृत्युलय समान माना जा रहा है इस वर्ष किन्नौर जिला में अब तक सामान्य बर्फबारी हुई है। जनवरी के बाद अब तक हुई इस बर्फबारी को सेब सहित अन्य नकदी फसलों के लिए पर्याप्त माना जा रहा है। बता दे कि किन्नौर जिला के अधिकांश भूभाग सिंचाई पर निर्भर है। यदि सर्दियों में अच्छी बर्फबारी नहीं होती है तो गर्मियों में पानी की असुविधा खड़ी हो जाती है लिहाजा सर्दियों में अच्छी बर्फबारी का होना जरूरी है।
किन्नौर जिला में मौसम में आए इस बदलाव के चलते जिला की कुछ एक ग्रामीण सडक़ मार्गों पर परिवहन निगम की बसे अपने गंतव्य स्थलों तक नहीं पहुंच पाई। जिस में आसरंग जाने वाली बस लिप्पा तक, नेसांग जाने वाली बस स्पीलो तक, हांगो चीलिंग जाने वाली बस लियो तक, छितकुल जाने वाली बस सांगला तक व कुनो चारंग जाने वाली बस ठंगी तक ही जा पाई। लंबी दूरी की सभी बसे अपने निर्धारित रूटों पर सामान्य रूप से चलती हुई देखी गई। आज विद्युत आपूर्ति जिला में पूरी तरह सामान्य देखी गई। अधिशासी अभियंता राज्य विद्युत बोर्ड रिकांग पिओ डिविजन टाशी नेगी ने बताया कि किन्नौर जिला में स्थापित विद्युत विभाग की सभी 462 डीटीआर सामान्य रूप से काम कर रहे है। मौसम को देखते हुए अपने सभी फील्ड स्टाफ को चौकस रहने के आदेश दिए गए है।