गोपेश्वर: माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ ने मंगलवार को बैठक कर शिक्षा मंत्री के उस बयान की निंदा की, जिसमें उन्होंने रिक्त पदों पर केन्द्रीय विद्यालयों की तर्ज पर अस्थाई दैनिक मानदेय पर शिक्षकों की तैनाती किये जाने की बात कही है।
गोपेश्वर में आयोजित अतिथि शिक्षक संघ की बैठक में दशोली ब्लाॅक अध्यक्ष ज्योति कपरूवाण ने कहा कि अतिथि शिक्षक 2015 से अब तक माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा को उच्च स्तर तक पहुंचाने में निरन्तर अपना योगदान दे रहे हैं फिर भी सरकार की ओर से अतिथि शिक्षकों के लिए ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। संघ सरकार से मांग करती है कि अतिथि शिक्षकों को सरकार अतिशीघ्र स्थाई नियुक्ति प्रदान करें जिससे अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
उन्होंने कहा कि सरकार और शिक्षा मंत्री ने अनेकों बार आश्वासन दिया गया है कि अतिथि शिक्षकों के भविष्य को लेकर सरकार चिंतित है और उनके सुरक्षित भविष्य के लिए कदम उठाने की नीति बना रही है, लेकिन वहीं दूसरी ओर अतिथि शिक्षकों के समायोजन का रास्ता भी बंद कर रही है। पहले ही समायोजन को लेकर उत्तराखंड के माध्यमिक अतिथि शिक्षक अल्प मानदेय में सुदूरवर्ती विद्यालयों में अपना गुजर बसर करने को मजबूर हैं और हर बार पदोन्नति, स्थानान्तरण और नयी भर्ती के कारण मानसिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं, जिसका प्रभाव छात्रों सहित अतिथि शिक्षकों के परिवार को भी झेलना पड़ रहा है।
ब्लाक अध्यक्ष ने कहा कि यदि सरकार ने अतिथि शिक्षकों के सुरक्षित भविष्य को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए प्रदेश स्तर पर ठोस रणनीति बनाकर माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ को मजबूर होकर उग्र आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरना पड़ेगा।
बैठक में त्रिभुवन नेगी, बीएस झिंक्वाण, प्रभात रावत, भूपेंद्र डुंगरियाल, गायत्री राणा, ममता नेगी, सरिता नेगी, देवेन्द्र कनेरी आदि मौजूद थे।