गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुले, मुख्यमंत्री धामी ने की सबसे पहली पूजा

उत्तरकाशी: मां गंगा की उत्सव डोली जैसे ही गंगोत्री धाम पहुंची, वैसे ही पूरा गंगोत्री धाम मां गंगा के जयकारों से गूंज उठा। पूरे विधि विधान के साथ गंगोत्री धाम के कपाट देश विदेश के श्रद्धालुओं के खोल दिए गए। इस मौके पर विशेष पूजा अर्चना के लिए पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अभी चार धामों के लिए तीर्थयात्रियों की लिमिट तय नहीं हुई है। इससे पहले यमुनोत्री धाम के कपाट भी कपाट भी अगले छह महीने के लिए खुले और चार धाम यात्रा की शुरुआत हुई।

अक्षय तृतीया के पर्व पर आज सुबह से ही भारी संख्या में श्रद्धालु गंगा नदी में डुबकी लगाते हुए नज़र आए। पूरे दिन गंगोत्री धाम में देव डोलियों का हुजूम उमड़ता रहा। कपाट खुलने के मौके पर मुख्यमंत्री धामी अपनी पत्नी गीता धामी सहित गंगोत्री धाम पहुंचे। मां गंगा के दर्शन करने के साथ ही मुख्यमंत्री धामी ने सबसे पहली पूजा प्रधानमंत्री मोदी के नाम से करवाई। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार चारधाम यात्रा ऐतिहासिक होगी क्योंकि कोविड के कारण पिछले दो साल से यह बाधित रही थी।

पिछले दो दिन से खबरें थीं कि उत्तराखंड सरकार ने व्यवस्थाओं के मद्देनज़र चार धाम यात्रा के लिए 38,000 यात्री प्रतिदिन की लिमिट तय की है। पुलिस ने भी इस यात्री संख्या के मद्देनज़र अपील जारी की थी। लेकिन, इस संबंध में गंगोत्री में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा। अभी प्रतिदिन की कोई लिमिट तय नहीं की गई है, यात्रियों की संख्या बढ़ी तो उसको देखते हुए इस बारे में कुछ तय किया जाएगा

कोरोना महामारी के कारण बीते दो साल के बाद चारधाम यात्रा अबाधित रूप से संचालित हो रही है। इस बार भक्तों में भी चारधाम यात्रा को लेकर खासा उत्साह है। सरकार को भी इस बार चारधाम में ऐतिहासिक होने की उम्मीद है, लेकिन भारी संख्या में तीर्थयात्रियों के आने से व्यवस्थाओं को लेकर सरकार के सामने चुनौती भी है।