देहरादून: चार धाम यात्रा 2023 की तैयारी जोरों पर हैं। पिछले साल हुई गड़बड़ी से सबक लेते हुए सरकार इस बार कुछ अन्य उपायों पर भी विचार कर रही है। इसी के तहत इस बार चारधाम यात्रा के लिए यात्रियों का केवल ऑनलाइन पंजीकरण ही होगा। पिछले साल की तरह इस बार ऑफलाइन पंजीकरण का विकल्प नहीं होगा। तीर्थ यात्रियों के पंजीकरण की जांच चारधाम मार्गों पर तीन जगह होगी। पंजीकरण की सुविधा पर्यटन विभाग की वेबसाइटए मोबाइल ऐप के माध्यम से दी जाएगी।
सचिवालय में परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी की अध्यक्षता में चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर लगातार बैठक हो रही हैं। बैठक में पर्यटन विभाग और एनआईसी के अधिकारी के अलावा अन्य विभागों को भी शामिल किया गया है। बैठक में चारधाम यात्रियों के पंजीकरण को लेकर अहम निर्णय लिया है। तय किया कि पर्यटन विभाग इस बार ऑफलाइन पंजीकरण नहीं करेगा। विभाग अपनी वेबसाइट के माध्यम से केवल ऑनलाइन पंजीकरण कराएगा। चारों धाम में यात्रियों की क्षमता के हिसाब से एडवांस पंजीकरण होंगे।
अगर कोई यात्री पूर्व में पंजीकरण नहीं कर पाएगा। ऐसे में उसकी मदद को हरिद्वार और ऋषिकेश में तैनात टीमें मदद करेंगी। जिससे कि दूर.दराज के राज्यों से आए तीर्थयात्री चारों धाम यात्रा आसानी से कर सके। पंजीकरण कराने वाले यात्रियों की जांच की जाएगी। जिसके लिए बडकोटए गुप्तकाशी और सोनप्रयाग में टीमें तैनात की जाएंगी। सभी तरह के वाहनों में सवार यात्रियों के पंजीकरण को देखेंगी। अगर यात्री पंजीकृत नहीं होगा तो उसे रोका जा सकता है।
पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर ही परिवहन विभाग के ट्रिप कार्ड का लिंक दिया जाएगा। जैसे ही यात्री अपना पंजीकरण कराएगा तो उसका ट्रिप कार्ड बन जाएगा। ट्रिप कार्ड ऑनलाइन निकाल सकते हैं। वाहनों के ट्रिप कार्ड से यात्रियों के पंजीकरण का पता लगाया जा सकेगा। अभी तक पर्यटन विभाग के पंजीकरण का नंबर परिवहन की वेबसाइट पर डालकर ट्रिप कार्ड बनाया जाता था।