देहरादून: भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने एक बार फिर रिस्पना नदी (ऋषिपर्णा) के पुनर्जीवन के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए 04 नंवबर से अभियान चलाएंगे। सरकार में रहते हुए भी रिस्पना नदी के पुनर्जीवन लिए कदम बढ़ाए थे लेकिन सफलता नहीं मिली।
बुधवार को प्रिंस चौक स्थित एक होटल में पूर्व मुख्यमंत्री और देवभूमि विकास संस्थान के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल में पर्यावरण संक्षण के लिए किए गए कार्यों को गिनाया। साथ ही कहा कि अब समाज की सहभागिता से रिस्पना के पुनर्जीवन के लिए संकल्प के साथ काम करेंगे।
उन्होंने बताया कि देव भूमि विकास संस्था की ओर से पर्यावरण संरक्षण चलाया जाएगा। संस्था की ओर से वर्ष 2009 में रिस्पना टू ऋषिपर्णा अभियान की शुरुआत की गई थी। जिसे आगे बढ़ाते हुए 4 नवंबर को पुनः इसे शुरू किया जाएगा। रिस्पना नदी के उद्गम स्थल शिखर फॉल जाएंगे। अभियान के तहत स्वास्थ्यवर्धक पौधरोपण के साथ ही लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्य के लिए सरकार से भी बात की जाएगी। किसी भी अभियान की सफलता में जनभागीदारी विशेष मायने रखती है। लोगों के उत्साह व जन सहभागिता से लक्ष्य हासिल करने में कामयाबी मिलेगी। इसलिए पर्यावरण और नदियों के जीवन बचाने के लिए सभी से आगे आने की अपील की।
रिस्पना नदी सोंग नदी की एक सहायक नदी है जो देहरादून में बहती है। लगभग नदी 23 किलोमीटर लंबी है। यह राजपुर गांव के पास मसूरी रिज के आधार पर एक छोटे से झरने से निकलती है। वर्तमान में, नदी दूषित है क्योंकि शहर की कई सीवेज लाइनें नदी में खाली हो जाती हैं और कई जगहों पर इसका अतिक्रमण कर लिया गया है।
इस मौके पर मेयर सुनील उनियाल गामा, देवभूमि विकास संस्थान के सचिव सत्येंद्र नेगी सहित अन्य मौजूद थे।