देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत यूं तो समय-समय पर भाजपा सरकार पर निशाना साधते रहते हैं लेकिन उन्होंने उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ की है।
सोमवार को अपने सोशल मीडिया पेज पर टिप्पणी करते हुए हरीश रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सराहना की है। उन्होंने अपनी टिप्पणी में लिखा है कि उत्तराखंड में चीन और नेपाल बॉर्डर से सटी अंतिम तहसील मुख्यालय धारचूला कभी भी बड़ी आपदा की चपेट में आ सकती है। हरीश रावत ने लिखा है कि क्योंकि मुख्यालय के ठीक ऊपर एलधारा की पहाड़ी बुरी तरह दरक गई है। धारचूला में भले ही एलधारा में चाइना बॉर्डर को जोड़ने वाली रोड खुल गई हो, लेकिन यहां खतरा अभी भी बना हुआ है। उन्होंने लिखा है कि एलधारा की पहाड़ी खासी कमजोर हो गई है, जो कभी भी भरभराकर गिर सकती है। यदि ऐसा हुआ तो धारचूला मुख्यालय को भारी क्षति हो सकती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्तमान मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि पुष्कर सिंह धामी ने एलधारा के ट्रीटमेंट का जो निर्णय लिया है वह काफी महत्वपूर्ण है। एलधारा की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा है कि उत्तरकाशी के वरुणावत पर्वत जैसा न हो जाए इसके लिए स्थाई ट्रीटमेंट ही इकलौता विकल्प है। उन्होंने कहा है कि पक्ष हो या फिर विपक्ष सभी धारचूला को बचाने के लिए पहाड़ी के मजबूत ट्रीटमेंट की गुहार सरकार से लगा रहे हैं।