पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को भारत के ऊपर जिस तरह के आरोप लगाए थे शनिवार को उन्हें उन सभी का करारा जवाब मिलेगा। इस बार ये जवाब उन्हें भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर देंगे। हालांकि शुक्रवार को ही भारतीय प्रतिनिधि ने पाकिस्तान को आइना दिखा दिया था लेकिन आज उसका ही विस्तार होगा। भारत की तरफ से इस बार पीएम नरेन्द्र मोदी इस महासभा में वक्ता के तौर पर शामिल नहीं हुए हैं। इस बार ये जिम्मेदारी जयशंकर निभाएंगे। जयशंकर का ये यूएनजीए में पहला संबोधन होगा। इससे पहले भी भारत की तरफ से पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज असेंबली को संबोधित कर चुकी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को पाकिस्तान ने महासभा के 77वें सत्र में कश्मीर का मुद्दा उठाया था। इसके अलावा उन्होंने अल्पसंख्यकों को लेकर भी भारत पर मनगढ़ंत आरोप लगाए थे। आज जयशंकर की तरफ से उन्हें उन सभी का जवाब दिया जाएगा। इस संबोधन के लिए भारत का नंबर 17वां है। भारतीय समयानुसार ये संबोधन सुबह करीब 11:30 बजे होना है। बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों संयुक्त राष्ट्र के 77वें सत्र की महासभा में हिस्सा लेने के लिए न्यूयार्क गए हुए हैं। इस सत्र से इतर उन्होंने वहां पर कई देशों के नेताओं से बैठकें की हैं। अपने एक ट्वीट में उन्होंने बताया है कि वो आज ही क्वाड के अपने सदस्य नेताओं से भी मिले हैं।
इस संबोधन पर पाकिस्तान और चीन की भी निगाह जरूर रहने वाली है। इस लिहाज से आज इस असेंबली का आज का दिन बेहद खास हो गया है। भारत के अलावा आज ही चीन और रूस का संबोधन भी होना है। आज ही इस महासभा का अंतिम दिन भी है। चीन की तरफ से भी इस बार विदेश मंत्री वांग यी अपना पक्ष रखेंगे। वहीं रूस के विदेश मंत्री सर्गी लावरोव अपनी बात दुनिया के समक्ष रखेंगे। सत्र के अंतिम दिन आज ही वियतनाम भी चीन को लेकर अपनी बात स्पष्ट रूप से दुनिया के सामने रखने वाला है। इस सत्र को चीन के उप प्रधानमंत्री फाम बिन मिन इस जिम्मेदारी को निभाएंगे।