गोपेश्वर: विधानसभा अध्यक्ष ने मेहलचौरी (गैरसैंण) में आयोजित चार दिवसीय लोक सांस्कृतिक एवं कृषि विकास मेले के तीसरे दिन शनिवार को बतौर मुख्य अतिथि मेले में शिरकत की। विधानसभा अध्यक्ष के मेहलचौरी पहुंचने पर मेला समिति ने पारंपरिक बाध्य यंत्रों के साथ फूल मालाओं से उनका स्वागत किया।
मेले में जनसभा में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं, जो हमारी परंपराओं को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। उत्तराखंड की संस्कृति, संस्कार और धरोहर को बचाने के लिए हम सब को मिलकर काम करना होगा। मेहलचौरी में कृषि एवं सांस्कृतिक मेले के भव्य एवं सफल आयोजन के लिए उन्होंने मेला समिति एवं क्षेत्रवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से मन मस्तिष्क में नई चेतना का संचार होता है और साथ ही हमें अपनी संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। मेले हमें मनोरंजन के साथ कुछ ना कुछ सीख भी दे कर जाते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्य में कृषि के विकास के लिए निरंतर अच्छा काम हो रहा है। अब समय आ गया है कि हम टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कृषि को मॉडल के रूप में अपनाएं। कैश क्रॉप के माध्यम से किसानों को अच्छा फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में भी सरकार निरंतर अच्छा काम कर रही है। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के विकास के लिए हमारी सरकार ने जो अभूतपूर्व कार्य किए हैं, उसे आगे और गति प्रदान की जाएगी। जनभावनाओं के अनुरूप गैरसैंण का स्थाई विकास किया जा रहा है।
इस अवसर पर स्कूली छात्र-छात्राओं के सांस्कृतिक कार्यक्रम से प्रभावित होकर विधानसभा अध्यक्ष ने बच्चों को भी बधाई दी। गढ़ रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी ने अपने गीतों पर लोगों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने रस्सा कस्सी प्रतियोगिता का उद्घाटन भी किया। मेला समिति ने विधानसभा अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह, पहाड़ी उत्पादों की टोकरी व अंगवस्त्र भेंट कर उनका आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर कर्णप्रयाग विधायक अनिल नौटियाल, ब्लाक प्रमुख शशि फरस्वाण, मेला अध्यक्ष सुरेश बिष्ट आदि मौजूद रहे।