कोटद्वार: लालढंग मोटर मार्ग और क्षतिग्रस्त मालन पुल का निर्माण न होने से लोगों में आक्रोश है। पूर्व सैनिकों की अगुवाई में चिलरखाल में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया।। बारिश के दौरान मालन पुल अचानक भरभराकर टूट गया था, जिसके चलते यहां आवागमन ठप है। हालांकि लोनिवि दुगड्डा की ओर से बीते 13 जुलाई को टूटे मालन पुल के पुनर्निर्माण की कवायद तेज कर दी गई है। रविवार को आईआईटी बीएचयू (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बनारस हिंदू विश्वविद्यालय) के विशेषज्ञों ने क्षतिग्रस्त मालन पुल का निरीक्षण कर इसके लिए तैयार किए गए डिजाइन को हरी झंडी दे दी है। बता दें 13 जुलाई 2023 को मालन नदी में आई भीषण बाढ़ से पुल ध्वस्त हो गया था। तब से इस पुल से कनेक्ट 30 गांवों की 50 हजार से ज्यादा जनता आवागमन के लिए प्रभावित थी। इस मामले में अधिशासी अभियंता डीपी सिंह ने बताया कि मालन पुल पर तमाम अध्ययन के बाद आईआईटी बीएचयू के विशेषज्ञों ने पुल का डिजाइन फाइनल कर लिया है। पुल के सभी 12 पिलर को वेल फाउंडेशन तकनीक पर बनाया जाएगा। पिलर को छोड़कर अन्य स्ट्रक्चर पुराना ही रहेगा जिसे मशीनों से उतारा और रखा जाएगा।