देहरादून: पूर्व सीएम हरीश रावत ने हरिद्वार के ग्रामीण अंचलों में अघोषित विद्युत कटौती को लेकर 24 तारीख को रुड़की डीजीएम कार्यालय में एक घंटे धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा कि वो हरिद्वार के ग्रामीण अंचलों में अघोषित विद्युत कटौती के खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। इसके बावजूद विद्युत विभाग के अधिकारी समस्या पर गौर नहीं कर रहे हैं।
हरीश रावत ने कहा कि जहां एक और पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर लोगों को दीपावली मनाने का अनुरोध किया, वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड सरकार हरिद्वार के ग्रामीण अंचलों में अघोषित विद्युत कटौती के नाम पर घंटों लोगों को बिजली से वंचित कर रही है। जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि धामी सरकार अघोषित विद्युत कटौती के नाम पर लोगों के घरों में अंधेरा कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। जिसका शायद राज्य सरकार को अहसास नहीं है।
हरीश रावत ने कहा कि वो अघोषित विद्युत कटौती के खिलाफ मौन व्रत तक कर चुके हैं। साथ ही समस्या से विद्युत अधिकारियों को अवगत भी कराया गया, लेकिन हालात जस के तस हैं। स्थिति में कोई बड़ा सुधार नहीं दिखाई दे रहा है। इसलिए वो 24 जनवरी दोपहर एक बजे रुड़की डीजीएम कार्यालय में एक घंटे धरने पर बैठेंगे। साथ ही उन्होंने जनता से साथ देने की अपील की है, जिससे सरकार को संदेश दिया जा सके।