शारदीय नवरात्र का पहला दिन प्रदेश की 80 हजार बेटियों के लिए खासा महत्वपूर्ण रहा। सरकार ने नंदा गौरा देवी प्रोत्साहन योजना के तहत छात्राओं के खाते में 323 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर दिए। सीएम कैंप आफिस के मुख्य सेवक सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने डिजीटल माध्यम से छात्राओं के बैंक खाते में धनराशि ट्रांसफर की।
मिली जानकारी के अनुसार, इस मौके पर सीएम ने कहा कि सरकार बेटियों के जीवन में कल्याणकारी परिवर्तन लाने के लिए संकल्पबद्ध है। सरकार ने संकल्प लिया हैकि हर बेटी के जीवन को आदर्श बनाएंगे। बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से पीछे नहीं रहेंगी। सीएम ने कहा कि सरकार के इस संकल्प को पूरा करने के लिए बेटियां भी संकल्प लें।
सीएम ने महिलाओं की समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें अपने जीवन की याद है। माताएं-बहनें दूर देर तक घास लेने जाती थी। खेतों मे काम करती थी। कई बार खेतों में प्रसव हो जाया करता था। अब धीरे धीरे समय बदल रहा है। सरकार की पूरी कोशिश है कि पहाड़ की एक एक बेटी तक केंद्र और राजय सरकार की योजनाओ का लाभ पहुंचे।
महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य ने बेटियों को शिक्षा, संस्कार और पूर्ण आजादी देने की पैरवी की। जब यह तीन महत्वपूर्ण चीजे बेटियों को मिलेंगी तो बेटियां अपनी अलग ही पहचान स्थापित कर सकती हैं। ईश्वर ने सभी को बराबर बनाकर भेजा है। बेटा और बेटी एक समान होते हैं। बस जरूरत है अपनी शक्ति को पहचानने की।इस मौके पर सीएम ने विभागीय पोर्टल को भी लांच किया। इस मौके पर सचिव हरिचंद सेमवाल समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
सीएम ने कहा कि एक समय जब डिजीटलीकरण की बात होती तो यह मजाक लगता था। न इंटरनेट, न स्मार्ट फोन और न ही अन्य सुविधाएं। लेकिन आज यह परिवर्तन आया है। हिन्दुस्तान में डिजीटल ट्रांजेक्शन सबसे ज्यादा होता है। यह 40 प्रतिशत तक पहुंच गया है। सीएम ने स्क्रीन की ओर देखते हुए कहा कि अभी छात्राओं के खाते में पैसा ट्रांफसर किया गया और देखिए बैंक का संदेश भी आ गया है। मैं हमेशा एक अभिभावक की तरह बेटियों के साथ खड़ा रहूंगा। जहां भी लगेगा हमारी जरूरत है, सरकार वहां बेटियों के साथ खड़ी मिलेगी