मुख्यमंत्री धामी ने दि इंडियन पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में, बतौर मुख्य अतिथि किया प्रतिभाग. कहा, शिक्षा के क्षेत्र में भारत प्राचीनकाल से विश्वगुरू

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को रांझावाला, सेलाकुंई स्थित दि इंडियन पब्लिक स्कूल के वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री ने स्कूल के 10 व 12 वीं के मेधावी छात्रों के साथ ही ओलंपिक व पैरालंपिक खिलाड़ियों को भी पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।

इस अवसर पर अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में भारत प्राचीनकाल से विश्व गुरू रहा है, भारत की भूमि ने प्राचीन समय में नालन्दा जैसे विश्वविद्यालय दिये हैं। शिक्षक का महत्व हमारी संस्कृति में दृष्टिगोचर होता है। देश की नई शिक्षा नीति से स्कूल शिक्षा और उच्च शिक्षा को नए आयाम प्राप्त होंगे, इससे सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे। स्कूल स्तर पर कौशल विकास से युवा कुशलता के साथ कार्य करने में सक्षम होंगे। शोध, अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा तथा देश को विकसित राष्ट्र बनाने में नई शिक्षा नीति कारगर साबित होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। शिक्षा के माध्यम से हम टीम भावना नहीं सीख सकते, लेकिन खेल से यह संभव है। हमारी सरकार युवाओं का भविष्य संवारने के लिए नई शिक्षा नीति के साथ ही खेलों को लगातार बढ़ावा दे रही है। हम प्रदेश में लगातार ऐसा वातावरण तैयार कर रहे हैं कि हमारे खिलाड़ी ओलंपिक खेलें, इंटरनेशनल चैंपियनशिप खेलें और देश दुनिया में देवभूमि का नाम रोशन करें। इस बार टोक्यो ओेलंपिक के साथ ही पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन कर भारत का नाम रोशन किया है।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड को शिक्षा का हब बनाने पर कार्य कर रही है। हम आने वाले 10 सालों में शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार जैसे अनेकों क्षेत्र में उत्तराखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे। देवभूमि उत्तराखंड जंगल, जमीन, झरने, पानी, बुग्याल जैसे अनेकों प्रकार के प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। हम सभी के सहयोग से आर्थिक विकास को आगे बढ़ाते हुए राज्य को देश की आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक राजधानी बनाएंगे। साथ ही खेल के क्षेत्र में खिलाड़ियों की सुविधा अनुसार नई खेल नीति भी तैयार करेंगे।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कुछ साल पहले उन्हें इस स्कूल के शिलान्यास में आने का मौका मिला था, और आज वह मुख्य सेवक के रूप में आये हैं। उन्होंने कहा की शिक्षा के क्षेत्र में काम करना किसी भी अन्य क्षेत्र में काम करने से ज्यादा सौभाग्य का काम होता है। उन्होंने कहा कि उन्होंने विद्यार्थी जीवन से ही युवाओं के लिए कार्य किया है वे हमेशा अधिकांश उन कार्यक्रमों में जाते थे, जो विद्यार्थियों से जुड़े होते थे। विद्यार्थी ना केवल स्कूल में पढ़ने वाला छात्र है अपितु वह देश का भविष्य भी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारा देश प्रधानमंत्रीनरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व गुरु के रूप में उभर रहा है। विश्व में भारत की पहचान बनी है तथा देश विकास के नये आयाम प्राप्त कर रहा है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा टोक्यो ओलंपिक, टोक्यो पैरालंपिक एवं कई खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया जिनमें फ्री स्टाइल कुश्ती में रजत पदक विजेता पहलवान रवि कुमार दहिया, पहलवान दीपक पुनिया, टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता हॉकी खिलाडी सुमित वाल्मीकि, पर्वतारोही अनीता कुंडू आदि शामिल हैं।

इस अवसर पर विधायक विधायक सहदेव पुण्डीर, भजन सम्राट अनूप जलोटा, प्रसिद्ध हास्य कवि सुरेन्द्र शर्मा, स्कूल के चेयरमैन आर के सिन्हा एवं अन्य छात्र छात्रायें मौजूद रहे ।

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