रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा को लेकर खाद्य एवं औषधि विभाग भी सक्रिय हो गया है। यात्रा मार्ग स्थित औषधि की दुकानों में छापेमारी अभियान चलाकर ओवर रेटिंग के साथ औषधि नियमों का पालन नहीं करने पर दुकान को सील करने की कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। बुधवार को निरीक्षण के दौरान एक औषधि की दुकान को सील करने के साथ-साथ एक दर्जन औषधि विक्रेताओं को कड़ी चेतावनी दी गई।
खाद्य एवं औषधि विभाग (एफडीए) के नियंत्रक ताजबर जग्गी के निर्देश पर एफडीए टीम की ओर से केदारनाथ यात्रा पड़ावों में स्थित औषधि की दुकानों में छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को टीम ने रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय, बेलनी, कोटेश्वर, तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि सहित अन्य स्थानों पर निरीक्षण किया। इस दौरान टीम को कई औषधि की दुकानों में खामियां देखने को मिली, जबकि कोटेश्वर स्थित एक मेडिकल की दुकान को सीज किया गया।
प्रभारी सहायक औषधि नियंत्रक डाॅ. सुधीर कुमार और औषधि निरीक्षक मानवेन्द्र राणा ने बताया कि केदारनाथ यात्रा को देखते हुए औषधि की दुकानों का निरीक्षण किया जा रहा है। रुद्रप्रयाग के कोटेश्वर स्थित एक मेडिकल की दुकान में ओवर रेट के साथ अन्य शिकायतें मिल रही थी। ऐसे में जब टीम मौके पर पहुंची, तो औषधि की दुकान बंद मिली। दुकान संचालक से संपर्क करने पर कोई जवाब नहीं मिला. ऐसे में औषधि की दुकान को सील किया गया। औषधि विक्रेता के सकारात्मक जवाब के बाद दुकान खोलने की अनुमति दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि औषधि की दुकानों का निरीक्षण कर गुणवत्ता को लेकर सैंपल लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जाएगा। औषधि की दुकान चला रहे संचालकों को सख्त चेतावनी दी गई है कि सफाई का विशेष ध्यान रखें और दवाई क्रय के बिल व्यवस्थित तरीके से रखें। इसके अलावा दवाइयों का मिस यूज नहीं होना चाहिए और केदारनाथ यात्रा को देखते हुए महत्वपूर्ण दवाइयां मंगाई जाएं। जिसके लिए खाद्य एवं औषधि विभाग भी औषधि संचालकों की मदद करेगा।
औषधि निरीक्षक मानवेन्द्र राणा ने बताया कि यात्रा के दौरान औषधि संचालकों के पास घबराहट, नींद जैसी अन्य महत्वपूर्ण दवाइयां नहीं रहती हैं, जिससे तीर्थयात्रियों को परेशानियां होती हैं। ऐसे में यात्रा मार्गों पर खोली गई औषधि की दुकानों में महत्वपूर्ण दवाइयां होनी जरूरी है।