देहरादून: शिवालयों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को जलाभिषेक करने कथित निर्देश देने वाले विपक्ष के आरोप को कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या ने निराधार बताया है। उन्होंने कहा कि शिवालयों में जलाभिषेक को लेकर जारी विभागीय पत्र में कहीं पर भी यह नहीं कहा गया है कि अगर शिवालयों में जलाभिषेक नहीं करने वाले संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने विपक्ष पर इस मामले को बेवजह तुल देकर अच्छे कार्यों को भर्मित करने का आरोप लगाया है।
यमुना कॉलोनी स्थित कैम्प कार्यालय से महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने आंगनबाड़ी बहनों, विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों को एक जारी किए गए पत्र को लेकर उठे सवाल पर अपनी बात रखी। मंत्री ने कहा कि विभाग की ओर से जारी पत्र को लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। यह सभी लोगों की स्वेच्छा पर निर्भर करता है कि वह अपने नजदीकी शिवालयों में जलाभिषेक करें अथवा न करें। मंत्री आर्या ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि काम नहीं सिर्फ भ्रांति फैलाना मकसद है। विपक्ष का काम अच्छाई में भी बुराई ढूंढने का है। मेरे द्वारा लिया गया यह संकल्प पवित्र है।
मंत्री ने अपनी 25 किलोमीटर की पैदल कांवड़ यात्रा को लेकर कहा कि उनकी तरफ से समाज के सभी लोगों को इस पुनीत कार्य में भागीदारी बनने के लिए आमंत्रित किया जाता है। कांवड़ यात्रा के जरिये उनकी कोशिश है कि समाज में बेटियों के प्रति फैली दुर्भावना को खत्म किया जाए। लड़कों के साथ लड़कियों को भी बराबर का हक मिले। वहां पर बेटियों को देवी के समान अधिकार मिले और वह भी समाज में लड़कों के बराबर खड़ी हो सकें।