थियेटर की नगरी में शुरू हुआ नाटकों का मेला

नैनीताल: थियेटर की नगरी भी कही जाने वाली सरोवर नगरी नैनीताल में आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर गुरुवार से चार दिवसीय अमृत नाट्य समारोह शुरू हो गया है।

सुप्रसिद्ध लेखक अमृत लाल नागर के नवासे एवं लेखिका अमृता नागर के पुत्र, नैनीताल के रंगमंच से भावनात्मक तौर पर लंबे समय से जुड़े रहे स्वर्गीय विमलकांत नागर की स्मृति में अनुकृति रंगमंडल कानपुर की ओर से यह महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। इसमें नैनीताल की युगमंच व मधुबन आर्ट्स रंगमंच संस्थाएं भी सहयोग कर रही हैं। महोत्सव में स्वर्गीय विमलकांत की पत्नी व रंगकर्मी सविता शर्मा नागर और उनकी 22 वर्षीय बेटी मन्नत नागर भी शब्द यात्रा कार्यक्रम में मंचन करेंगीं।

नगर के नवनिर्मित बीएम शाह ओपन एयर थिएटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में अनुकृति रंगमंडल के कार्यकारी सचिव डॉ. ओमेंद्र कुमार ने बताया कि 15 से 18 सितंबर तक शैले हॉल में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में दिल्ली, कानपुर सहित स्थानीय कलाकार लोकप्रिय नाटक, कविताओं और कहानियों को प्रस्तुत करेंगे। पहले दिन 15 सितंबर को शब्द यात्रा व ‘बाप रे बाप’, 16 सितंबर को ‘डेढ़ इंच ऊपर’, ‘मैं नर्क से बोल रहा हूं’, ‘सड़क बन रही है’, 17 सितंबर को संबोधन नृत्य और निःशब्द कथासार तथा 18 सितंबर को समापन अवसर पर ‘पुरुष’ नाट्य की प्रस्तुति दी जाएगी।

इस दौरान ओमेंद्र कुमार ने बताया कि वह वर्ष 1988 में ‘बाजे ढिंढोरा उर्फ खून का रंग’ नाटक की प्रस्तुति देने नैनीताल आए थे। तब से उनका नैनीताल से आत्मीय रिश्ता बना हुआ है। प्रेस वार्ता के दौरान डॉ. मोहित सनवाल, सविता शर्मा नागर, राजेश अमरोही, उमेश शुक्ला, राकेश साह ‘काकू’, नवीन बेगाना, अदिति खुराना, अमित साह, नरेंद्र सिंह व दिलावर खान आदि रंगकर्मी मौजूद रहे।