डिबेट की चुनौती स्वीकार करें हरीश रावत, आप पार्टी बताएगी 6 महीने में एक लाख युवाओं को नौकरी देने की योजना: नवीन पिरशाली


आाप प्रवक्ता ने कहा
हरीश रावत ने किया स्वीकार, कांग्रेस के बस में नहीं 1 लाख युवाओं को रोजगार देना, आप निभाएगी वादा, 6 महीने में देंगे रोजगार
जनता से किया वादा पूरा करेगी आप, 6 महीने के भीतर 1 लाख युवाओं को मिलेगी नौकरियां

देहरादून: आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नवीन पिरशाली ने बुद्धवार को प्रेसवार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अब हरीश रावत भी मानने लगे हैं कि 1 लाख युवाओं को रोजगार देना कांग्रेस के बस में नहीं है।

पिरशाली ने कहा कि जब से अरविंद केजरीवाल ने बेरोजगारों को रोजगार देने की घोषणा की है एतब से ही दोनों दलों में बौखलाहट नजर आने लगी है। उन्होंने हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा किए हरीश रावत जी यह बात समझ लें किए अरविंद केजरीवाल ने जो घोषणा की उसके तहत 6 महीने के अंदर सरकार बनते ही 1 लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। अरविंद केजरीवाल जो कहते हैं वो करके दिखाते हैं। हरीश रावत ने सवाल खडे किए किए दिल्ली में साढे सात साल में आप की सरकार ने 6 हजार पदो पर नौकरियां सृजित की जबकि हकीकत ये है कि कोरोनाकाल के ही दौरान 10 लाख के लगभग युवाओं को दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए जॉब पोर्टल के माध्यम से रोजगार दिया गया।

उन्होनें आगे कहा कि आप पार्टी जो कहती है वो करके दिखाने वाली पार्टी है। हम हरीश रावत को डिबेट का निमंत्रण देते हैं किए वो आएं और हम से डिबेट करें और आप पार्टी उन्हें बताएगी कि 1 साल नहीं सरकार बनते ही 6 महीने के अंतराल में यहां के 1 लाख युवाओं को कैसे नौकरी दी जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि बीते 20 वर्षों में जिस तरह से इन दोनों पार्टियों ने प्रदेश को लूटने का काम किया हैए युवाओं से रोजगार छीन कर अपने करीबियों की झोली में डालने का काम किया हैए यहां के युवाओं को पलायन के लिए मजबूर किया हैए आज जब आम आदमी पार्टी इन दोनों के सारे पाप एक.एक करके सामने ला रही है और उत्तराखंड में हर घर रोजगार देने का वादा कर रही है तो इसको देखते हुए इनकी बौखलाहट लाजमी है। पिछले 20 साल में भाजपा और कांग्रेस ने रोज़गार के नाम पर प्रदेश के युवाओं को सिर्फ ठगा है और अपनों को रोज़गार दिया है। प्रदेश की जनता समझ चुकी है इन दोनों दलों के पास प्रदेश के युवाओं को रोज़गार देने के लिए न कोई इच्छा शक्ति है और न ही नियत।

उन्होंने कहा कि हरीश रावत ने दिल्ली के बजट को तीन गुना अधिक बताया है लेकिन उन्हें शायद ये जानकारी नहीं है किए उत्तराखंड और दिल्ली का बजट लगभग एक समान है 60000 करोड़। दिल्ली की आबादी 2 करोड़ है और उत्तराखंड की 1.15 करोड़ए यानी प्रति व्यक्ति दिल्ली के पास 30,000 है और उत्तराखंड के पास 52,000 . फिर भी उत्तराखंड में मुफ्त बिजली पानी, मुफ्त अच्छी शिक्षा, मुफ्त विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं और महिलाओं के लिए मुफ्त ट्रांसपोर्ट जैसी योजनाएं क्यों नहीं है। हरीश रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं वो बताएं कि उनकी सरकार में आखिर कितने बेरोजगारों को सरकारी नौकरियां दी गई जबकि उन्होंने 2016 में 30 हजार युवाओं को नौकरी देने का वादा किया था। ऐसा ही हाल बीजेपी का है जिसने सरकार बनते ही लगभग 50 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी देने का वादा किया एलेकिन आज उत्तराखंड बेरोजगारी में पहले पायदान पर है जो बडे ही शर्म की बात है।

उन्होंने ये भी कहा कि, दोनों ही पार्टियां एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जहां कांग्रेस ने युवाओं के साथ खिलवाड किया तो बीजेपी सरकार में इन साढ़े 4 वर्षों में महज 2 फीसदी बेरोजगारों को रोजगार दिया। उन्होनें कहा कि आज भी अलग अलग सरकारी विभागों में 56 हजार नौकरियां रिक्त हैं एलेकिन इनको भरने के बजाए सिर्फ अपने चहेतों को दोनों सरकारों ने नौकरी देने का काम किया।

उन्होंने आगे कहा कि हरीश रावत का ध्यान रोजगार देने से ज्यादा धर्मनगरी में बार बालाओं के डांस पर है और जनता ने जहां उन्हें बीते चुनाव में दो विधानसभा सीटों से हराया था, इस बार भी जनता हरीश रावत को उनके कर्मां का फल जरुर देगी। जनता का कांग्रेस व भाजपा से मोह भंग हो चुका है और जनता को 2022 का इंतजार है ,जब प्रदेश की राजनीति में अहम बदलाव देखने को मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि कुछ भी करने के लिए नीयत साफ होनी चाहिए जो आप पार्टी की है और प्रदेश में साफ़ नीयत और नेक इरादों वाली ईमानदार सरकार केवल आम आदमी पार्टी, अरविन्द केजरीवाल और कर्नल अजय कोठियाल ही दे सकते हैं।

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