हादसे भी नहीं रोक पा रहे आस्था के कदम, महाकुंभ में श्रद्धालुओं का सैलाब

प्रयागराज: महाकुंभ के मौके पर पतित पाविनी गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर पुण्य की डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। त्रिवेणी के तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब आस्था के समंदर में घुलता-मिलता नजर आ रहा है। सफर की दुश्वारियों और पैदल चलने से हुई थकान को मां गंगा अपने आंचल में समा कर मिनटों में समाप्त कर रही हैं और यह पावन डुबकी लगाकर वापस घर लौट रहे श्रद्धालुओं के चेहरे पर साफ नजर आ रहा है। शुक्रवार भोर से सुबह दस बजे तक दस लाख कल्पवासियों समेत 56 लाख 72 हजार श्रद्धालु त्रिवेणी में पवित्र स्नान कर चुके थे, जिन्हें मिलाकर महाकुंभ में अब तक स्नान करने वालों की संख्या बढ़ कर 29 करोड़ 64 लाख हो चुकी है। इस बीच प्रयागराज जिला प्रशासन ने साफ किया है कि मेला क्षेत्र को छोड़ कर प्रयागराज में वाहनो के प्रवेश पर फिलहाल कोई प्रतिबंध नहीं है।

जिलाधिकारी रवींद्र कुमार मांदड़ ने कहा कि प्रयागराज कमिश्नरेट से ‘डायवर्जन स्कीम’ (वाहनों के प्रवेश और निकास) हटाई जा रही है। इससे पहले गुरुवार की सुबह मेला क्षेत्र में गाडिय़ों की एंट्री पर रोक लगा दी गई थी। उन्होंने कहा कि ‘‘सोशल मीडिया पर एक सूचना तेजी से वायरल हो रहा है कि चार फरवरी तक प्रयागराज में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। यह समाचार पूरी तरह से निराधार है। प्रयागराज में वाहनों का प्रवेश (डायवर्जन स्कीम) मौनी अमावस्या को देखते हुए प्रतिबंधित किया गया था, जिसे 30 तारीख से हटाया जा रहा है। 31 जनवरी एक फरवरी और चार फरवरी को प्रयागराज में वाहनो का प्रवेश सुचारु रहेगा, जबकि बसंत पंचमी स्नान पर्व के मद्देनजर दो और तीन फरवरी को नगर में वाहनों पर प्रवेश निषेध रहेगा। जहां तक मेला क्षेत्र की बात है, तो इसके लिए मेला प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देश मान्य होंगे।